‘निमोनिया नहीं, तो बचपन सही’…कार्यशाला में दी गई जानकारी

चंपावत में एक दिनी कार्यशाला में निमोनिया से बचाव के उपाय बताए
देवभूमि टुडे
चंपावत। स्वास्थ्य विभाग के निमोनिया कार्यक्रम के तहत एक दिनी संवेदीकरण कार्यशाला में निमोनियां से बचाव के उपायों की जानकारी दी गई। कार्यशाला का शुभारंभ सीएमओ डॉ. देवेश चौहान ने किया। मास्टर ट्रेनर एसीएमओ डॉ. रश्मि पंत ने जन्म के समय बच्चों में निमोनिया के लक्षणों (खांसी जुकाम, तेजी से सांस लेना, सांस लेते समय पसली चलना या छाती का नीचे धंसना, तेज बुखार आना, भोजन ना कर पाना, समय समय पर झटके आना, सुस्ती या अधिक नींद आना) की जानकारी दी। कहा कि ‘निमोनिया नहीं, तो बचपन सही, चैन की सांस लेगा बचपन, जब आप तुरंत पहचाने निमोनिया के लक्षण’।
जिला समन्वयक पंकज नेगी ने आयरन की दवा के इस्तेमाल की जानकारी दी। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के प्रबंधक प्रेमबल्लभ भट्ट ने बच्चों में जन्म के समय होने वाली बीमारियों, न्यूरल ट्यूब डिफैक्ट, हार्ट से संबंधी बीमारियों से बचाव की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन करते हुए जिला कार्यक्रम प्रबंधक गौरव पांडेय ने कार्यक्रम की रूपरेखा से अवगत कराया। प्रक्षिक्षण सत्र में जिले की तमाम एएनएम, ब्लाँक कार्यक्रम प्रबंधक, आशा ब्लाँक कोर्डिनेटर आदि ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर प्रवीण भट्ट, संजय पांडेय, मदन सिंह राणा, दिनेश थ्वाल, जगदीश जोशी, संजय बोहरा, राकेश पंत, डॉ. विनय यादव आदि मौजूद थे।

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