29 नवंबर को चंपावत कोतवाली में दर्ज हुआ था मुकदमा
शक की सुई पिथौरागढ़ के नामजद आरोपी के अलावा दो अन्य जिलों के कुछ लोगों पर भी
देवभूमि टुडे
चंपावत। PRD (प्रांतीय रक्षक दल) के जवान की भर्ती के नाम पर ठगी के मामले में एक नामजद आरोपी के अलावा कुछ अन्य लोगों पर शक की सुई है। सूत्र बताते हैं कि इसकी तस्दीक करने के लिए सर्विलांस टीम की मदद लेने की संभावना है। वहीं आज 16 दिसंबर को जिला युवा कल्याण विभाग के कुछ कर्मियों के भी बयान दर्ज हुए।
आरोपी पिथौरागढ़ के नरेंद्र सिंह बिष्ट को 2 दिसंबर को नोटिस तामिल कराने के साथ ही पुलिस पूछताछ भी कर चुकी है। अंदेशा जताया जा रहा है कि इस मामले के तार पिथौरागढ़ के नामजद आरोपी के अलावा दो अन्य जिलों के कुछ लोगों से भी हो सकते हैं।
चंपावत के अमकड़िया गांव के सुरेश राम की तहरीर पर चंपावत कोतवाली में 29 नवंबर को सुरेश राम के भतीजे विनोद कुमार को नौकरी देने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोपी के खिलाफ BNS की धारा 318 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। विनोद कुमार 29 नवंबर को PRD के जवान की वर्दी पहन कर चंपावत स्टेशन बाजार में ड्यूटी कर रहा था। लेकिन ड्यूटी के दौरान उनके संदिग्ध तौर-तरीकों से शक होने पर पुलिस की पूछताछ पर नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी का मामला उजागर हुआ। आरोप के मुताबिक विनोद कुमार के चाचा सुरेश राम का पिथौरागढ़ के नरेंद्र सिंह बिष्ट से 6 माह पूर्व परिचय हुआ था। बिष्ट ने 3 माह पूर्व भतीजे विनोद कुमार को PRD में लगाने की बात कही थी। विनोद कुमार को 25 नवंबर को भतीजे को ज्वाइनिंग आदेश के लिए हल्द्वानी बुलाया। लेकिन आदेश मिले बगैर 28 नवंबर को PRD की ड्रेस खरीदने के बाद 29 नवंबर को ड्यूटी पर भेज दिया गया और यहीं से फर्जीवाडे़ का भांडाफोड़ हुआ था। अब जांच करने वाली पुलिस टीम ठगी के इस मामले की कड़ी को जोड़ने में लगी है। इसके लिए बयान लेने के साथ ही साक्ष्य जुटाने का काम हो रहा है।