‘भूकंप’ से टूटे GIC भवन में फंसे 10 बच्चों को SDRF, पुलिस व राजस्व की टीम ने निकाला

10.45 बजे आए ‘भूकंप’ के झटकों से चंपावत, लोहाघाट, स्वांला व संतोला में नुकसान
रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7.2
भूकंप MOCK DRILL के अंतर्गत प्रशासन ने लिया तैयारियों का जायजा
देवभूमि टुडे
चंपावत। भूकंप मॉक ड्रिल के अंतर्गत 13 दिसंबर पूर्वान्ह 10.45 बजे भूकंप के झटके आए। भूकंप के झटके महसूस होते ही तत्काल जिलाधिकारी नवनीत पांडे एवं इंसीडेंट रिस्पॉन्स टीम (आईआरएस) के सभी अधिकारी जिला मुख्यालय के जिला कार्यालय सभागार पहुंच गए।
भूकंप मॉक ड्रिल के अंतर्गत जिलाधिकारी ने भूकंप के केंद्र एवं नुकसान की जानकारी ली। भूकंप का केंद्र बिंदु नेपाल रहा। जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.2 दर्ज की गई। चंपावत जिले में प्राथमिक सूचना के अनुसार प्रभावित जीआईसी चंपावत तथा जीआईसी लोहाघाट, स्वांला और संतोला में नुकसान की खबर है। इन विद्यालयों में कुछ बच्चों के फंसने की जानकारी है।
जिलाधिकारी के निर्देश पर भूकंप मॉक ड्रिल के तहत स्ट्रेजिंग एरिया जिला मुख्यालय के गोरलचौड़ मैदान को बनाया गया। जहाँ से राहत टीम घटना स्थल को रवाना हो रही है। इसके अतिरिक्त जिले में अन्य स्थानों से भी नुकसान की सूचना ली जा रही है। मॉक ड्रिल के अंतर्गत आईआरएस की टीम अपने स्तर से कार्य कर रही है।
जीआईसी चंपावत में भूकंप से क्षतिग्रस्त भवन में 10 फंसे बच्चों को एसडीआरएफ, पुलिस व राजस्व की टीम ने मौके पर पंहुचकर राहत एवं बचाव कार्य जारी किया। रेस्क्यू टीम ने दो घायलों को निकाल कर आपात सेवा 108 के एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया। बाकी फंसे लोगों को निकालने का कार्य चल रहा है। जीआईसी चंपावत में 6 बच्चे गंभीर घायल है और 4 बच्चे मामूली रूप से घायल हैं। सभी घायलों का इलाज चल रहा हैं। घायलों को 108 एंबुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया है।
वही एनएच पर स्वांला के पास भूस्खलन होने से मार्ग अवरुद्ध हो गया है इसके दोनों तरफ 80 वाहन फंसे हुए हैं। आईआरएस एक्टिव हो गया है। घटनास्थलों के लिए टीम रवाना हो गई है। जीआईसी चंपावत से घायलों को 108 से जिला अस्पताल ले जाया जा रहा है। स्वांला में जेसीबी मशीन पहुंच कर मार्ग से मलबा हटा कर मार्ग सुचारू करने में लग गई है।

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