पुलिस ने कार्यकर्ताओं को उनके घरों में किया नजरबंद
पुलिस की दलील- विरोधं की आशंका के चलते उठाया कदम, कांग्रेस ने बताया अलोकतांत्रिक
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लोहाघाट दौरे पर पुलिस ने युवक कांग्रेस कार्यकर्ताओं को 9 घंटे तक उनके घरों में ही नजरबंद कर दिया। पुलिस को इन कार्यकर्ताओं द्वारा अर्धनग्न हो विरोध करने की खुफिया सूचना मिली थी। मुख्यमंत्री के वापस जाने के बाद सभी कार्यकर्ताओं को छोड़ दिया गया।
लोहाघाट के थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि युवक कांग्रेस कार्यकर्ता अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करना चाह रहे थे। जिस कारण उन्हें उनके घरों में नजरबंद करना पड़ा और मुख्यमंत्री के वापस लौटने के बाद सभी को छोड़ दिया गया। इधर नजरबंद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बताया कि उन्हें जिले की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन देना था। लेकिन पुलिस ने उन्हें घरों से बाहर नहीं निकलने दिया। पुलिस ने सुबह 5 बजे युवा कांग्रेस के लोहाघाट विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष चिराग फर्त्याल, युवक कांग्रेस के प्रदेश सचिव भुवन चौबे, जिलाध्यक्ष विनोद बडेला और IT सेल के लोकेश पांडेय को उनके घर में ही नजरबंद कर लिया। विनोद बडेला को चंपावत में उनके घर में नजरबंद किया गया। चिराग फर्त्याल व भुवन चौबे ने बताया कि वे मुख्यमंत्री को जिले में सिडकुल की स्थापना करने, बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने, लोहाघाट पाँलीटेक्निक काँलेज को इंजीनियरिंग कालेज का दर्जा देने, नशाखोरी, महंगाई और अवैध खनन पर रोक लगाने की मांग पर ज्ञापन देना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस ने दमनात्मक कार्रवाई कर उन्हें जनहित के मु़द्दे सीएम के सम्मुख नहीं रखने दिए। आरोप लगाया कि उत्तराखंड पुलिस CM के इशारों पर काम कर रही है। सरकार लगातार लोकतंत्र का गला घोंट रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब-जब CM का जनपद दौरा होता है तब-तब कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर उनकी आवाज बंद करने का प्रयास किया जाता है।