रामगढ़ ब्लॉक की ग्राम पंचायत झुतिया के सुनका गांव में
दम घुटने से हुई वारदात
पांच दिन पहले कारपेंटरी करने सुनका गांव आए थे रामपुर के ज्वालापुर गांव निवासी
देवभूमि टुडे
चंपावत/नेनीताल। नैनीताल जिले के रामगढ़ ब्लॉक की ग्राम पंचायत झुतिया के सुनका गांव में कमरे में अंगीठी जलाकर सोये दो भाइयों में से एक की दम घुटने से मौत हो गई। जबकि दूसरा भाई बेहोश हो गया। इलाज के बाद उनकी हालत में सुधार है।
उत्तर प्रदेश के रामपुर के बिलासपुर तहसील क्षेत्र के गांव ज्वालापुर निवासी जमील अहमद के दो बेटे जहीर अहमद (33) और रफीक अहमद (35) पांच दिन पहले कारपेंटरी करने के लिए सुनका गांव आए थे। पुलिस के मुताबिक ठंड बढ़ने पर वे दोनों कमरे में अंगीठी में आग जलाकर सो गये। सुबह दोनों के नहीं जागने पर साथी उठाने पहुंचे। पुलिस के अनुसार बंद कमरा नहीं खोले जाने पर साथियों ने निवर्तमान ग्राम प्रधान सुरेश मेर और ग्रामीणों को जानकारी दी। दरवाजा तोड़ने पर जहीर अहमद को अंदर मृत अवस्था में पाया गया। वहीं बेसुध मिले रफीक को मल्ला रामगढ़ सीएचसी पहुंचाया गया। वहां से बाद में उसे हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल भेज दिया गया।
अंगीठी जलाने से दम घुटने से हो सकते है कई खतरेंः
कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलना: अंगीठी जलाने से कार्बन मोनोऑक्साइड गैस निकलती है जो सांस की नली से अंदर जाने के बाद दिमाग में खून की सप्लाई बाधित कर देती है. इससे दम घुट जाता है.
ऑक्सीजन का स्तर घटना: बंद कमरे में अंगीठी जलाने से कार्बन डाईऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड का स्तर बढ़ जाता है, वहीं ऑक्सीजन का स्तर घट जाता है।
आंखों में संक्रमण: अंगीठी जलाने से आंखों में संक्रमण हो सकता है.
सांस की बीमारी: अंगीठी जलाने से सांस की बीमारी हो सकती है.
फेफड़े और हृदय का फ़ेल होना: अंगीठी जलाने से फेफड़े और हृदय के फ़ेल होने का खतरा बढ़ जाता है।
अस्थमा, साइनस, ब्रोंकाइटिस, और स्किन एलर्जी से पीड़ित लोगों को खतरा: अस्थमा, साइनस, ब्रोंकाइटिस और स्किन एलर्जी से पीड़ित लोगों को अंगीठी के पास नहीं रहना चाहिए।
अंगीठी जलाने पर इन बातों का ध्यान रखें:
कमरे में वेंटिलेशन की सही व्यवस्था रखें। अंगीठी जलाने से कार्बन मोनोऑक्साइड निकलती है। यह जहरीली गैस सांस की नली से अंदर जाने के बाद दिमाग में खून की सप्लाई बाधित कर देती है। इससे दम घुट जाता है। अंगीठी ही नहीं, रूम हीटर या ब्लोअर भी बंद कमरे में वेंटिलेशन की सही व्यवस्था नहीं है, तो अंगीठी ही नहीं हीटर और ब्लोअर भी घातक साबित हो सकता है।