लोहाघाट के लोहे के बर्तनों को दिल्ली trade fair में मिल रही नई पहचान

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी, केंद्रीय राज्य मंत्री टम्टा और पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत ने किया लोहाघाट के प्रगति आजीविका ग्रॉथ सेंटर के स्टॉल का निरीक्षण
परंपरा और आधुनिकता वाली कढाई सहित लोहे के तमाम बर्तनों में टिकाऊपन के साथ खूबसूरत भी
14 नवंबर से दिल्ली में शुरू trade fair 27 नवंबर तक चलेगा
देवभूमि टुडे
चंपावत/दिल्ली। दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे trade fair में चंपावत जिले के लोहे के बर्तनों की भी धूम है। लोहाघाट का लोहा उत्तराखंड के बाद देश की राजधानी दिल्ली में भी अपना लोहा मनवा रहा है। 14 नवंबर से दिल्ली में शुरू trade fair में लोहाघाट के प्रगति आजीविका ग्रॉथ सेंटर के लोहे से निर्मित कृषि उपकरण खूब नाम कमा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अलावा केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा और पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने लोहाघाट के स्टॉल का निरीक्षण किया उनके उद्यम और उद्यमिता मॉडल की प्रशंसा की। 14 नवंबर से दिल्ली में शुरू हुआ trade fair 27 नवंबर तक चलेगा।
आम तवे, कढाई, फ्राइपेन के साथ इंडेक्सन चूल्हे में उपयोग वाली कढाई और तवे सहित कई तरह के लौह उत्पादों को स्टॉल में लगाया गया है। महिला समूह की अध्यक्ष नारायणी देवी ने बताया कि उत्तराखंड से बाहर के लोग भी इन बर्तनों को खूब पसंद कर रहे हैं। उन्होंने जिला प्रशासन के साथ ही ग्राम्य विकास विभाग की एपीडी विम्मी जोशी का आभार जताया है। लोहावती नदी के किनारे बसे लोहाघाट के लोहे से बने बर्तन की खास खूबी को दिल्ली का व्यापार महोत्सव नई पहचान दे रहा है। परंपरा और आधुनिकता के मिलेजुले रूप वाली कढाई और अन्य लोहे के बर्तन टिकाऊ होने के साथ खूबसूरत भी हैं।
अमित टम्टा का कहना है कि मजबूत तले वाले लोहे के ये बर्तन टिकाऊ और आकर्षक होने के साथ ही भोजन के स्वाद को भी बढ़ाते हैं। मशीनों और हाथों से बनाए जाने वाले लोहे के बर्तनों को दिल्ली के इस मेले के अलावा अन्य मेलों और प्रदर्शनी में भी लगाया जा रहा है। साथ ही समूह दरांती, कुदाल, खुरपी, फावड़े सहित कृषि यंत्रों का भी निर्माण कर रहा है। इस ग्रोथ सेंटर से लोहे के परंपरागत हुनर को नया मुकाम मिलने और समूह से महिलाओं को रोजगार मिल रहे हैं।

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