असम के युवक ने नाम बदल चंपावत की किशोरी को प्रेम जाल में फांसा? पुलिस कर रही पूछताछ

चंपावत से करीब 20 किलोमीटर दूर के गांव की नाबालिग किशोरी INSTAGRAM में बनी थी दोस्त हिंदूवादी संगठनों ने स्वत: संज्ञान लेते हुए की कार्रवाई की मांग
तहरीर मिलने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी:कोतवाल
देवभूमि टुडे
चंपावत। सड़क से आसाम का फासला तकरीबन 2 हजार किलोमीटर का है, लेकिन एक शख्स ने सोशल मीडिया INSTAGRAM के जरिए चंपावत जिले के एक गांव की नाबालिग को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। ये आरोप उस युवक पर लगे हैं। आरोपी पर पहचान छुपाने और नाम बदलने का भी है। मामले की भनक लगने पर चंपावत पहुंचे युवक को कतिपय हिंदू संगठनों ने पर्यटक आवास गृह से दबोच कोतवाली पहुंचाया। और सांकेतिक रूप से कोतवाली में विरोध जताया तथा युवक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। अलबत्ता अभी रात 8 बजे तक कोई कार्रवाई दर्ज नहीं की गई थी। कोतवाल प्रताप सिंह नेगी का कहना है कि अभी तक लड़की के परिजनों की ओर से तहरीर नहीं मिली है, तहरीर मिलने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के मुताबिक करीब 19 साल का लड़का आसाम का मूल निवासी है और हरिद्वार में कोई काम करता है। 18 नवंबर को यह लड़का चंपावत पहुंचा और लड़के से मिलने के लिए चंपावत के एक गांव की किशोरी और उसकी मां चंपावत पहुंची। इस मामले की भनक लगी, तो कुछ हिंदू संगठन सक्रिय हुए। उन्होंने मौके पर पहुंच लड़के को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस का कहना है कि लड़के से पूछताछ की जा रही है। तहरीर मिलने पर जरूरी कार्रवाई की जाएगी। वहीं विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ नेता एडवोकेट मोहित पांडेय का कहना है कि यह मामला दूसरे समुदाय के युवक का पहचान को छुपाकर नाबालिग को प्रेमजाल में फंसाने का है। धोखाधड़ी के ऐसे मामले में तो पुलिस को स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज करना चाहिए। दूसरा लड़की नाबालिग है, इसलिए कार्रवाई तो हर हाल में की जानी चाहिए।

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