बच गईं 45 जिंदगियां…नशेड़ी चालक के हाथ बस का स्टीयरिंग, 31 के बजाय 45 यात्री सवार

हल्द्वानी से लोहाघाट आ रही थी निजी बस
पुलिस की चेकिंग में पकड़ में आई जानलेवा गड़बड़ियां, बस सीज
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। बस महज 14 दिन पहले की ही तो बात है। अल्मोड़ा जिले के सल्ट तहसील के अनजान गांव मार्चूला में 4 नवंबर को हुए गढ़वाल मोटर्स की बस दुर्घटना में 37 यात्रियों की जानें एक झटके में चली गई। मार्चूला में 42 सीटर बस में 63 यात्री सवार थे। और आज रविवार को ओवरलोडिंग और नशे में बस चलाने का एक ऐसा ही वाकया चंपावत जिले में सामने आया। बस शुक्र है कि हादसा नहीं हुआ। नशेड़ी चालक के सहारे हल्द्वानी से चली ओवरलोड निजी बस करीब 187 किलोमीटर दूर लोहाघाट के खेतीखान रोड के पास पुलिस ने जांच के दौरान दबोची।
17 नवंबर को हल्द्वानी से लोहाघाट आ रही एक निजी बस में 31 यात्रियों के बजाय 45 मुसाफिर सवार थे। बस ओवरलोड ही नहीं थी, बल्कि बस का चालक तो मदहोश था। नशेड़ी बस चालक के जिम्मे 45 यात्रियों की जिंदगी थी। यही नहीं चालक की एल्कोमीटर से जांच की तो वह नशे मे मिला। पुलिस ने बस को सीज कर दिया है।
लोहाघाट के थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि हल्द्वानी से देवीधुरा के रास्ते लोहाघाट आ रही बस की खेतीखान रोड में चेकिंग की गई, तो न केवल बस ओवरलोड (31 सीटर बस में 45 यात्री) थी, बल्कि चालक भी नशे में था। एल्कोमीटर से हुई जांच में चालक द्वारा नशा करने की तस्दीक हुई है। पुलिस बस को सीज करने के साथ ही चालक बृजमोहन निवासी भेड़ापान मुक्तेश्वर नैनीताल के ड्राइविंग लाइसेंस को निरस्त करने की कार्रवाई कर रही है।

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