कल चंपावत गोरलदेव मंदिर से टनकपुर को रवाना होगी, महिलाओं ने पारंपरिक परिधान में निकाली कलश यात्रा, देव डांगरों ने भक्ताओं को दिया आशीर्वाद, प्रदेश के सभी जिलों के प्रमुख मंदिरों में जाएगी यात्रा, 24 नवंबर को चंपावत गोरलदेव मंदिर में होगा समापन
देवभूमि टुड
चंपावत। श्री गोल्ज्यू संदेश यात्रा का श्रीगणेश चंपावत के गोल्ज्यू के मूल मंदिर से आज 4 नवंबर से कलश यात्रा के साथ शुरू हो गया। सुबह 10 बजे कुमाऊंनी पारंपरिक परिधान रंगोली पिछोड़े के साथ महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। इससे पूर्व तड़के मानेश्वर मंदिर के ऐतिहासिक नौले में पवित्र स्नान और उसके बाद गोरलदेव मंदिर में पूजा-अर्चना हुई। देव डांगरों ने अवतरित होकर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। यात्रा उत्तराखंड के सभी 13 जिलों के प्रमुख मंदिरों में जाएगी। यात्रा का समापन 24 नवंबर को चंपावत में समापन किया जाएगा।
शिवा रिजेंसी के पास से निकली कलश यात्रा बालेश्वर मंदिर होते हुए गोल्ज्यू मंदिर तक पहुंची। कलश यात्रा के दौरान पारंपरिक परिधान में सजी महिलाओं ने मंगल गीत गाए। इस दौरान देवडांगरों ने अवतरित होकर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। श्री गोल्ज्यू संदेश यात्रा के संंयोजक सतीश चंद्र पांडेय पांडेय ने बताया कि 21 दिनी यात्रा प्रदेश भर के सभी जिलों के 75 मंदिरों में पहुंचेगी। यात्रा का समापन 24 नवंबर की शाम को गोरलदेव मंदिर में होगा। यात्रा कल 5 नवंबर को सुबह सात बजे टनकपुर के लिए रवाना होगी। धरोहर न्यास संस्था के अध्यक्ष विजय भट्ट ने बताया कि धरोहर न्यास संस्था वर्ष 2022 से हर दूसरे साल इस यात्रा का आयोजन कर रही है। इसका उद्देश्य राज्य की संस्कृति का संरक्षण और देव संस्कृतिक को बढ़ावा देना है।
शुभारंभ पर ये लोग रहे मौजूद:
मंदिर के महंत जोगेंद्र नाथ, पंडित बसंत बल्लभ पांडेय, डॉ. श्याम सिंह कार्की, एडवोकेट शंकर पांडेय, प्रदीप भट्ट, चंपावत की ब्लॉक प्रमुख रेखा देवी, बाराकोट की प्रमुख विनीता फर्त्याल, पूर्व प्रमुख बहादुर सिंह फर्त्याल, सुधीर शाह, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, भाजयुमो जिलाध्यक्ष गौरव पांडेय, व्यापार संघ अध्यक्ष विकास साह, हरीश सक्टा, पूर्व पालिकाध्यक्ष विजय वर्मा, रोहित बिष्ट, भगवत शरण राय, देवडांगर गौरव कार्की, गौरव वर्मा, तुषार कार्की, सौरभ कार्की, एमसी जोशी, सुनील पुनेठा आदि।