घटोत्कच मंदिर परिसर में दो दिनी आंचल दुग्ध उत्पादक मेला शुरू
50 से अधिक पशुपालकों ने अपने पशुओं के साथ की शिरकत
देवभूमि टुडे
चंंपावत। उत्तराखंड के पांच अन्य जिलों की तरह ही चंपावत में भी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ ने पहली बार आंचल दुग्ध उत्पादक मेले का आयोजन किया। घटोत्कच मंदिर परिसर में हुए मेले का जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय ने शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि जिले में पहली बार लग रहे मेले से चंपावत आदर्श जिले के रूप में आगे बढ़ेगा। साथ ही जिले के पशुपालकों, दुग्ध उत्पादकों को नई तकनीक, विपणन के तरीके, आय बढ़ाने में मदद मिलेगी।
डीएम नवनीत पांडे ने कहा कि यह मेला एक ओर आदर्श जिला बनाने की ओर एक ऐतिहासिक कदम है, वहीं इस मेले के जरिए पशुपालकों व दुग्ध उत्पादकों को नई तकनीक के साथ दूध के उत्पादन बढ़ाने में सहायता प्राप्त होगी। दुग्ध संघ अध्यक्ष पार्वती जोशी ने कहा कि मेले में दी गई सीख दुग्ध उत्पादकों के लिए दुग्ध उत्पादन बढ़ाने में मददगार रहेगी। प्रबंधक पुष्कर सिंह नगरकोटी ने बताया कि जिले में पहली बार हो रहे आंचल दुग्ध उत्पादक मेले का मुख्य उद्देश्य जिले में ज्यादा से ज्यादा कृषि, बागवानी, मत्स्य, पशुपालकों, दुग्ध उत्पादकों को प्रेरित करना है। विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी ने कहा कि ये मेला ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के साथ ही पलायन रोकने में मददगार होगा। इस मौके पर लोक कला दर्पण कला केंद्र लोहाघाट के कलाकारों ने भैरव राय के नेतृत्व में कई रंगारंग कार्यक्रम पेश किए। दुग्ध उत्पादक मेले में दुग्ध प्रदर्शनी, पशु प्रदर्शनी, विद्यालयी बच्चों की विभिन्न प्रतियोगिताओं सहित बहुउद्देश्यीय शिविर एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। 50 से अधिक पशुपालक अपने पशुओं को पशु प्रदर्शनी में लाए। मेले में निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिताओं के विजेताओं को प्रशस्ति पत्र दिए गए।
कार्यक्रम में मौजूद थे ये लोग:
भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल माहरा, जिला पंचायत सदस्य सरिता बोहरा, ज्येष्ठ उप प्रमुख मोनिका बोहरा, दुग्ध संघ मंडल संचालक कृष्णानंद जोशी, मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह, सहायक निदेशक डेयरी सुनील अधिकारी, सीवीओ डॉ. वसुंधरा गर्ब्याल, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. नंदन आग्रे, सामाजिक कार्यकर्ता मनमोहन सिंह बोहरा, डॉ. बीसी जोशी, नीरज जोशी, विकास साह।
जानकी की गाय ने दिया सबसे ज्यादा दुग्ध और मिले 11 हजार का इनाम
चंपावत। आंचल दूध उत्पादक मेले में हुई पशु प्रदर्शनी का सीडीओ संजय कुमार सिंह ने उद्घाटन किया। उन्होंने ग्रामीण पशुपालकों से सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लेते हुए पशुधन व आजीविका को बढ़ाने की भी अपील की। सर्वाधक दुग्ध उत्पादन करने वाले उत्पादकों को पुरस्कृत किया गया। जिसमें जानकी जोशी को प्रथम पुरस्कार के रूप में 11 हजार रुपए, ममता देवी को द्वितीय स्थान पर आठ हजार तथा निम्मी रौतेला को तृतीय स्थान प्राप्त करने पांच हजार रुपये व प्रशस्ति पत्र दिया गया। इसके अतिरिक्त राधिका देवी, भागा देवी व तेज सिंह, दुर्गा देवी, सुनीता देवी, निर्मला देवी, किशन सिंह, मनोहर सिंह, मोहित सिंह, बसंती देवी, माधवी देवी, सरिता देवी, गंगा बिष्ट, उमा जोशी, जानकी बोरा को दुग्ध समिति बोनस दिया गया। पशु मेला प्रदर्शनी में तीन अलग-अलग श्रेणियों गाय, बछिया व अन्य पशुओं के विजेताओं को चेक बांटे गए। पशु मेला प्रदर्शनी में संदीप तड़ागी की गाय को चैंपियन ऑफ चैंपियंस के रूप में 11 हजार का चेक दिया गया। गाय वर्ग में राखी महर, गोविंद बल्लभ तिवारी, गीता देउपा को बछिया वर्ग में महेश सिंह, रूप सिंह, तुलसी जोशी को तथा अन्य वर्ग में सरिता बोहरा, देवकी देवी व जगत सिंह को क्रमश: पहले तीन स्थान पर आने वालों को चेक व प्रशस्ति पत्र वितरित किए गए।
दुग्ध संघ मिठाई का स्टॉल में 10 प्रतिशत छूट
चंपावत। दुग्ध उत्पादक मेले में दुग्ध संघ की ओर से लगाया गया मिठाई का स्टॉल आकर्षण का केंद्र रहा। पहली बार आंचल ब्रांड की मिठाइयां बाजार में उतारी गई। जिसमें आंचल रसगुल्ला 288 रुपये किग्रा, गुलाब जामुन 360 रुपये, पंजरी लड्डू 480 रुपये, बाल मिठाई 180 रुपये, बेसन लड्डू 480 रुपए किग्रा की दर से बिक्री की गई। इसके अतिरिक्त मेले में महिला स्वयं सहायता समूह, सहकारिता विभाग, मत्स्य, रेशम, कृषि, समाज कल्याण, उद्यान, विधिक सेवा प्राधिकरण आदि विभागों ने स्टॉल लगा कर लोगों को लाभांवित किया गया।