सड़क, रास्ते, बिजली, पेयजल सहित अधिकांश व्यवस्थाएं सुधरी
नौ दिनी श्रीमद् देवी भागवत कथा का भी होगा श्रीगणेश
देवभूमि टुडे
चंपावत/पूर्णागिरि धाम। मां पूर्णागिरि धाम नवरात्र के लिए सज संवर गया है। कल 3 अक्टूबर से नवरात्र में देवी धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ेंगे। इसके लिए प्रशासन और पूर्णागिरि मंदिर समिति ने सभी तैयारी पूरी कर ली है। ठुलीगाड़ से भैरव मंदिर तक रात 8 बजे से सुबह 5 बजे तक वाहनों की आवाजाही नहीं होगी। टनकपुर के उप जिला मजिस्ट्रेट आकाश जोशी का कहना है कि शारदीय नवरात्र में मेले की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। कल 3 अक्टूबर से 10 दिन तक धाम के धुनिस्थल में श्रीमद् देवी भागवत कथा होगी। कथा का बखान पंडित गिरीशानंद शास्त्री करेंगे।
11 सितंबर से 3 दिन तक हुई मूसलाधार बारिश में बाटनागाड़ सहित पूर्णागिरि धाम में जगह-जगह रास्ते, सड़क, पेयजल, बिजली की लाइनें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई थी। अलबत्ता अब इन तमाम व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर लिया गया है। लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता लक्ष्मण ङ्क्षसह सामंत ने बताया कि सड़क के साथ ही भैरव मंदिर से मुख्य मंदिर तक के पैदल रास्तों की मरम्मत पूरी कर ली गई है। बिजली आपूर्ति भी सुचारू कर दी गई है। सबसे बड़ी चुनौती पेयजल की थी। जल संस्थान के अधिशासी अभियंता विलाल युनूस का कहना है कि अधिकांश जगह पेयजल आपूर्ति सुचारू कर दी गई है। मेला क्षेत्र के 33 हैंडपंपों को चालू कर दिया गया है। बूम में सोलर हैंडपंप श्रद्धालुओं की प्यास बुझाएगा। इसी तरह मेला क्षेत्र में एक टैंकर की व्यवस्था भी की गई है। पेयजल लाइनों को भी ठीक कर दिया गया है। नवरात्र की मेला अवधि में एक अपर सहायक अभियंता विपिन कलोनी को मेला क्षेत्र में तैनात किया गया है। अलबत्ता जल निगम की जलकुनिया पेयजल लाइन में आई अड़चन अभी दूर नहीं हुई है, इसे दो दिन में ठीक करने का दावा किया जा रहा है।
श्रद्धालुओं को नहीं होने देंगे कोई दिक्कत: पंडित तिवारी
पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी का कहना है कि शारदीय नवरात्र के मेले में श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। इस बार अतिवृष्टि से भारी नुकसान हुआ है, लेकिन प्रशासन और विभागों के सहयोग से इन टूटफूट की काफी हद तक मरम्मत कर ली गई है। जल निगम की एक पेयजल योजना में जरूर खामी है। इसके बावजूद जल संस्थान की कोशिशों से व्यवस्था सामान्य की जा रही है। पंडित तिवारी ने दावा किया कि श्रद्धालुओं की आस्था और धार्मिक भावना का पूरा ध्यान रखा जाएगा। ठुलीगाड़ और भैरव मंदिर के अलावा मुख्य मंदिर के पास काली मंदिर में पुलिस का बंदोबस्त रहेगा।