रात हुई बारिश और लगातार लुढ़क रहे पत्थरों से हो रही मुश्किल, सड़क साफ करने के लिए लगी हैं 5 मशीनें, 12 सितंबर से बाधित टनकपुर-चंपावत रोड में 24 सितंबर से पूरी तरह बंद है वाहनों की आवाजाही, रीठासाहिब-सूखीढांग होते हुए हो रही हल्के वाहनों की आवाजाही
देवभूमि टुडे
चंपावत। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्वांला का Danger Point कब खुलेगा? ये सवाल पहेली बना हुआ है। मूसलाधार बारिश के बाद लगातार मलबा आने से 12 सितंबर से इस हिस्से में आवाजाही बाधित है। पहले बारिश और फिर पत्थरों के गिरने से आज 27 सितंबर को भी स्वांला से सड़क से मलबा हटाने में भारी व्यवधान आ रहा है। एनएच खंड के मौके पर मौजूद सहायक अभियंता मनोज कोटला ने बताया कि इसके बावजूद मलबे को हटाने की कोशिश जारी है। स्वांला में करीब 75 मीटर के हिस्से को खोलने के लिए 5 मशीनें लगाई गई हैं। पहाड़ी से बीच-बीच में गिर रहा मलबा तगड़ी चुनौती पेश कर रहा है। मौसम और मौजूदा हालात के मद्देनजर स्वांला की अड़चन आज 27 सितंबर को दूर हो पाएगी, इसकी संभावना बेहद कम है।
सड़क खोलने की निगरानी के लिए पिछले 2 दिन से एनएच के अधीक्षण अभियंता अनिल पांगती माँनिटरिंग कर रहे हैं। वहीं आज 27 सितंबर को एनएच के कुमाऊं के मुख्य अभियंता दयानंद भी यहां पहुंच रहे हैं। एनएच पर स्वांला के इस हिस्से से मलबे के निस्तारण के लिए 19 सितंबर से सुबह 6 बजे से मध्यान्ह 12 बजे तक आवाजाही के लिए बंद रखा गया है। जबकि 24 सितंबर से अब तक पूरे दिन आवाजाही पर रोक लगाई गई है। वहीं टनकपुर-चंपावत के बीच सफर करने वालों को जीप-टैक्सी के जरिए रीठासाहिब-सूखीढांग होते हुए 70 किलोमीटर अधिक दूरी और ज्यादा किराया देकर कठिनाइयों के बीच आवाजाही करनी पड़ रही है। जबकि भारी वाहन लोहाघाट-देवीधुरा- हल्द्वानी होते हुए आवाजाही कर रहे हैं। रोड बंद होने से चंपावत, पिथौरागढ़ रोड पर स्थित ढाबें और अन्य तमाम कारोबारी गतिविधियां ठप हैं। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा चंपावत जिले की 5 अन्य सड़कें भी बंद हैं।
चंपावत जिले में बारिश का आकड़ा:
चंपावत: 39 मिलीमीटर
लोहाघाटः 9 मिलीमीटर पाटीः 1 मिलीमीटर बनबसा: 91 मिलीमीटर