NH BREAKING… DANGER ZONE स्वांला में अब मौसम की मार…बारिश के बीच मलबा हटाना बना चुनौती

सड़क साफ करने के लिए लगी हैं 4 मशीनें, 12 सितंबर से बाधित टनकपुर-चंपावत रोड में 24 सितंबर से पूरी तरह बंद है वाहनों की आवाजाही, रीठासाहिब-सूखीढांग होते हुए हो रही आवाजाही

देवभूमि टुडे

चंपावत। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्वांला का Danger Point आवाजाही लायक अभी भी नहीं बन सका है। स्वांला का यह हिस्सा 12 सितंबर से लगातार मलबा आने से सिरदर्द बना हुआ है। मलबे के निस्तारण के लिए 19 सितंबर से इस हिस्से को सुबह 6 बजे से मध्यान्ह 12 बजे तक आवाजाही के लिए बंद रखा गया है। जबकि 24 सितंबर से अब तक पूरे दिन आवाजाही पर रोक लगाई गई है। आज 26 सितंबर को स्वांला से सड़क से मलबा हटाने में बारिश भी व्यवधान कर रही है। अलबत्ता काम करा रही कंपनी बारिश के बावजूद मलबे को हटाने की कोशिश कर रही है।

लोनिवि के राष्ट्रीय राजमार्ग खंड लोहाघाट खंड के अधिशासी अभियंता आशुतोष कुमार का कहना है कि स्वांला में करीब 75 मीटर के हिस्से को खोलने के लिए 4 मशीनें लगाई गई हैं। कंपनी के प्रतिनिधि पीडी जोशी का कहना है कि पहाड़ी से बीच-बीच में गिर रहा मलबा और बारिश काम के बीच तगड़ी चुनौती पेश कर रही है। मौसम और मौजूदा हालात के मद्देनजर स्वांला की अड़चन आज 26 सितंबर को दूर हो पाएगी, इसकी संभावना कम दिखती है। वहीं टनकपुर-चंपावत के बीच सफर करने वालों को जीप-टैक्सी के जरिए रीठासाहिब-सूखीढांग होते हुए 70 किलोमीटर अधिक दूरी और ज्यादा किराया देकर कठिनाइयों के बीच आवाजाही करनी पड़ रही है। रोड बंद होने से न केवल चंपावत, बल्कि टनकपुर-चंपावत रोड पर स्थित ढाबें और अन्य कारोबारी गतिविधियां ठप हैं। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा चंपावत जिले की 6 अन्य सड़कें भी बंद हैं।
चंपावत जिले में बारिश का आकड़ा:
चंपावत: 6 मिलीमीटर
लोहाघाटः 1 मिलीमीटर बनबसा: 26 मिलीमीटर

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