जिला प्रशासन का निर्णय, 17 जुलाई रात 7 बजे से बंद है टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग, सड़क खोलने के लिए हो रही मशक्कत, स्वांला के danger zone में काम कर रही हैं 5 मशीनें
देवभूमि टुडे
चंपावत। स्वांला के danger zone (सितारगंज से 106.30 किमी) से डगर अब भी मुश्किल बनी हुई है। 17 जुलाई रात करीब 7 बजे से बंद इस मार्ग को खोलने के लिए हो रही मशक्कत के बीच पहाड़ी से लगातार आ रहे मलबे और पत्थर अवरोध पैदा कर रहे हैं। इन कठिन हालातों के बीच जिला प्रशासन ने आज 19 सितंबर को वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया है। अलबत्ता छोटे वाहनों को रोड खुलने की दशा में मध्यान्ह 12 बजे से आवागमन की इजाजत होगी।
टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर टनकपुर से 55 किलोमीटर दूर स्वांला का danger point लगातार चुनौती बना हुआ है। 17 सितंबर की रात 7 बजे से बंद स्वांला से मलबा हटाने की लगातार हो रही कोशिशों के बावजूद 38 घंटे से अधिक होने पर भी रोड नहीं खुल सकी है। खतरा बन रहे स्वांला से मलबा हटा सड़क सुचारू करने के लिए अब प्रशासन ने आज मध्यान्ह 12 बजे तक इस स्थान से वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगाई है।
डीएम नवनीत पांडे ने बताया कि इस महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग को खोलने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। 5 मशीनें मलबा हटाने के काम में लगी हैं। राजमार्ग को जल्द खोलने और आम लोगों की सुरक्षा के दृष्टिगत आज 19 सितंबर मध्यान्ह 12 बजे तक वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद रहेगी। इसके बाद सड़क खुलने की स्थिति में सिर्फ छोटे वाहनों की ही आवाजाही होगी, लेकिन बडे़ वाहनों के लिए आज पूरे दिन आवाजाही प्रतिबंधित रखी गई है।