शासन ने फिलहाल टाल दी 29 सितंबर को प्रस्तावित परीक्षा
2 सितंबर से आंदोलन कर रहा है राजकीय शिक्षक संघ
देवभूमि टुडे
चंपावत। 29 सितंबर को होने वाली जीआईसी और जीजीआईसी के प्रधानाचार्यों की परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। शासन ने 10 सितंबर को ये आदेश जारी किया है। सचिव रविनाथ रामन के हस्ताक्षरों से जारी पत्र में उत्तराखंड राज्य शैक्षिक (अध्यापन संवर्ग) राजपत्रित सेवा नियमावली 2022 में संशोधन होने तक 29 सितंबर को आयोजित होने वाली सीमित विभागीय परीक्षा स्थगित करने के आदेश जारी किए गए हैं। इसे लकर उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के सचिव को 10 सितंबर को पत्र भेजा गया है। इसे पहली नजर में राजकीय शिक्षक संघ के आंदोलन का नतीजा माना जा रहा है, लेकिन संघ ने साफ किया है कि परीक्षा स्थगन मात्र से आंदोलन खत्म नहीं होगा।
उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की ओर से 29 सितंबर को प्रधानाचार्यों के लिए 692 पदों की सीधी भर्ती परीक्षा प्रस्तावित थी। जिसे अब स्थगित कर दिया गया है। राजकीय शिक्षक संघ के चंपावत के जिलाध्यक्ष इंदुवर जोशी का कहना है कि संघ की बेहद स्पष्ट मांग है कि पदोन्नति से प्रधानाचार्यों के पदों को न भरा जाए। इन पदों पर नियुक्ति का आधार सिर्फ पदोन्नति हो। जब तक इस मांग को नहीं माना जाता है, तब तक आंदोलन वापस नहीं लिया जाएगा। देहरादून में क्रमिक अनशन शुरू हो गया है। उनका कहना है कि १२ सितंबर को चंपावत जिले के शिक्षक अनशन करेंंगे। इसके लिए चंपावत जिले के शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल कल 11 सितंबर को दून रवाना होगा।