फसल बर्बाद होने के बावजूद कृषि बीमा की राशि से वंचित थे 126 काश्तकार, डीएम नवनीत पांडे की पहल और एसपी अजय गणपति द्वारा मामले की जांच कराने के बाद मिला किसानों को उनका हक
देवभूमि टुडे
चंपावत। सूखीढांग से लेकर पूर्णागिरि क्षेत्र के अदरक के काश्तकारों को लंबे संघर्ष के बाद आखिरकार इंसाफ मिला। फसल बर्बाद होने के बावजूद कृषि बीमा की राशि से वंचित क्षेत्र के 126 काश्तकारों को बीमा की रकम मिलने की शुरुआत हो गई है। अब तक 47 किसानों के खाते में बीमा कंपनी ने यह राशि डाल दी है। शेष किसानों को राशि देने की प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया है। लेकिन इसके लिए किसानों को धूरा सहकारी समिति के पूर्व अध्यक्ष महेश चौड़ाकोटी के नेतृत्व में लंबा संघर्ष करना पड़ा। किसानों ने डीएम से लेकर एसपी तक का दरवाजा खटखटाया था। किसानों का कहना है कि डीएम नवनीत पांडे की पहल और एसपी अजय गणपति द्वारा मामले की कराई गई जांच के बाद किसानों को उनका हक मिल सका। इसके लिए किसान नेताओं ने दोनों अधिकारियों का आभार जताया है।
किसान नेता और सहकारी समिति के पूर्व अध्यक्ष महेश चंद्र चौड़ाकोटी की अगुवाई में सामाजिक कार्यकर्ता स्वरूप राम और ग्नेराम प्रधान कमला किशोर आदि ने किसानों को न्याय दिलाने के लिए पुलिस अधीक्षक अजय गणपति का शाँल ओढ़ाकर सम्मान किया। क्षेत्र के काश्तकारों ने वर्ष 2023 में अदरक की फसल बोने के साथ फसल को नुकसान से बचाने के लिए प्रधानमंत्री मौसम आधारित बीमा कराया था। बीमा की प्रीमियम के रूप में किसानों ने मोटी रकम जमा कराई। फसल चौपट होने के बावजूद 126 किसानों को इससे वंचित रखा गया। सुनवाई नहीं होने पर किसानों ने बीमा कंपनी के खिलाफ पुलिस से शिकायत की। पुलिस अधीक्षक द्वारा कराई गई जांच और कार्रवाई से आखिरकार बीमा कंपनी बीमा राशि पाने से छूट गए किसानों का भुगतान करने को मजबूर हुई।