संतोला में रात 9 बजे से फंसा कैंटर निकालने में निकल रहा पसीना, पाँकलैंड से कैंटर नहीं हटा, पिथौरागढ़ से हाइड्रा भी नहीं मिला अब कैंटर को किया जा रहा अनलोड, एनएच पर संतोला के पास 3 सितंबर से अब तक 47 घंटे बंद हो चुकी सड़क
देवभूमि टुडे
चंपावत/बाराकोट। बाराकोट संतोला के पास 3 सितंबर से दो बार में करीब 35 घंटे बंद हो चुका टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग 5 सितंबर की रात से फिर से बाधित हो गया है। इससे इस मार्ग पर वाहनों का आवागमन 12 घंटे से बाधित है। दर्जनों वाहनों के फंसने से यात्रियों और लोगों को दुश्वारी हो रही है। फंसे कैंटर को निकालने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन फिलहाल कैंटर को सड़क से हटाने के अब तक के सारे प्रयास विफल रहे हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक 5 सितंबर की रात करीब 9 बजे सामग्री से भरा एक कैंटर टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाराकोट संतोला के पास फंस गया। जिस जगह पर कैंटर फंसा है, वहां पर सड़क संकरी भी है और रोड की हालत भी खस्ता है। कैंटर को बीच रोड से हटाने के लिए बीती रात पाँकलैंड से प्रयास किया गया, लेकिन कैंटर नहीं निकल सका। कैंटर को सड़क से निकालने के लिए पिथौरागढ़ से हायड्रा मंगाने का प्रयास नाकाम होने के बाद अब कैंटर में रखी सामग्री को निकाला जा रहा है। इसके बाद कैंटर को टोजर से खींचा जाएगा। इस कवायद के बाद अगले एक घंटे में सड़क के खुलने की संभावना जताई जा रही है। अलबत्ता अभी कैंटर के नहीं निकल पाने से सड़क नहीं खुल सकी है। एनएच पर संतोला में मलबा आने से 3 सितंबर से अब तक 3 बार में कुल 47 घंटे सड़क बंद रही।