लोहाघाट में जीव विज्ञान के प्रवक्ता हैं श्याम दत्त चौबे और गागर जूनियर हाईस्कूल में प्रधानाध्यापक हैं खड़क सिंह बोहरा
देवभूमि टुडे
चंपावत। जीआईसी लोहाघाट के जीव विज्ञान प्रवक्ता श्याम दत्त चौबे और गागर जूनियर हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक खड़क सिंह बोहरा को वर्ष 2023 के लिए उत्कृष्ट शिक्षा, विज्ञान, नवाचारी शिक्षण और सामाजिक सरोकारों के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए शैलेश मटियानी राज्य पुरस्कार प्रदान किया गया है। शिक्षक दिवस के दिन 5 सितंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत की मौजूदगी में दोनों शिक्षकों को देहरादून में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने सम्मानित किया। सम्मान के रूप में प्रशस्ति पत्र और 20 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया।
अध्यापन कार्य के साथ प्रधानाचार्य एवं जिला कमिश्नर स्काउट गाइड की जिम्मेदारी संभाल रहे सुुुंई निवासी चौबे ने वर्ष 1991 में जीआइसी खेतीखान से अध्यापन कार्य शुरू किया। विज्ञान विषय में उत्कृष्ट परीक्षाफल देने, छात्र नामांकन वृद्धि, कई नवाचारी शिक्षण कार्य, अनेक छात्रों के प्रतिवर्ष विज्ञान की राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में विशिष्ट प्रदर्शन करने व स्वयं कई राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय सेमिनारों में प्रतिभाग के लिए उन्हें यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया है। वे पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन में भी चौबे कई वर्षों से पौधा रोपण, जल संरक्षण, व्यक्तिगत बाँटनिकल गार्डन की स्थापना, कीवी, स्ट्राबेरी, सेब, माल्टा आदि का उत्पादन तथा स्थानीय काश्तकारों को प्रोत्साहन आदि उत्कृष्ट कार्य किये जा रहे हैं। वे लिम्का बुक आफ रिकार्ड में भी नाम दर्ज करा चुके हैं। शिक्षक चौबे की पत्नी ( राजकीय जूनियर हाईस्कूल सुंई पऊ में प्रधानाचार्य) सुशीला चौबे को भी वर्ष 2009 में शैलेश मटियानी और 2013 में राष्ट्रीय शैक्षिक पुरस्कार मिल चुका है।
वहीं पाटी ब्लाँक के आदर्श राजकीय प्राथमिक विद्यालय गागर के प्रधानाध्यापक खड़क सिंह बोहरा( मूल रूप से रीठाखाल के ग्राम बोरा चापड़ निवासी) ने नवाचारी शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। उन्हें वर्ष 2017 में राज्यपाल पुरस्कार एवं 2024 में देवभूमि उत्कृष्टता पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। इसके अलावा वे मिशन शिक्षण संवाद से शिक्षक रत्न पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। 2006 से राजकीय प्राथमिक विद्यालय गागर से अध्यापन कार्य शुरू करने वाले बोहरा बेहतरीन मार्गदर्शक शिक्षक के रूप में स्पेलिंग जीनियस, मैथ्स विजार्ड, सपनों की उड़ान, अबेकस, बाल महोत्सव, मातृ भाषा उत्सव, नवोदय, मुख्यमंत्री उदयीमान खिलाड़ी आदि प्रतियोगिताओं में छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन कर सफलता में मददगार रहे हैं। कोरोना काल से ही वे अवकाश के बाद विद्यालय के छात्र-छात्राओं की अतिरिक्त कक्षाओं का संचालन करते आ रहे हैं।