नाबालिग छात्रा को अगवा करने का आरोप झूठा…आरोपी 4 नहीं 1 ही व्यक्ति, पहले से पीडि़ता को जानता था आरोपी किशोर

आरोपी किशोर को भेजा गया बाल सुधार गृह
हटाई जाएंगी अपहरण और नशीले पदार्थ की धाराएं: एसपी अजय गणपति
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। लोहाघाट क्षेत्र में एक नाबालिग छात्रा को अगवा कर छेड़छाड़ के मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस ने महज एक दिन में मामले का खुलासा करने का दावा किया है। अगवा करने, नशीले पदार्थ को सुंघा बेहोश करने और वारदात में चार लोगों के होने का आरोप गलत साबित हुआ। पुलिस अधीक्षक अजय गणपति ने 5 सितंबर की शाम मामले का खुलासा किया। इस मामले के आरोपी एकमात्र किशोर जेजेबी (किशोर न्याय बोर्ड) में पेश किया गया, जहां से उसे बाल सुधार गृह अल्मोड़ा भेज दिया गया है।
लोहाघाट थाना क्षेत्र में 4 सितबर को एक स्कूली नाबालिग छात्रा को अगवा करने का मामला सामने आया था। तब चार युवकों पर घर से स्कूल जाते वक्त नाबालिग छात्रा को किसी नशीले पदार्थ को सुघांने और बेहोश होने पर बालिका को सुनसान जगह ले जाकर छेड़छाड़ करने का आरोप लगा था। पुलिस ने कल 4 सितंबर को अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 7, 8, 123, 74 और POCSO अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया था।
लेकिन एक दिन बाद मामले में नाटकीय बदलाव आया। पीडि़ता और आरोपी किशोर के बयान, सीसीटीवी, मोबाइल सर्विलांस को ट्रेस करने के आधार पर मामले में नए तथ्य सामने आए। मामले की तफ्तीश के लिए लोहाघाट के एसओ अशोक कुमार सिंह, जांच अधिकारी अंजू यादव, एसओजी प्रभारी मनीषा खत्री, सर्विलांस सेल की प्रभारी मीनाक्षी नौटियाल ने सीओ वंदना वर्मा के निर्देशन में सघन जांच की। पुलिस का कहना है कि चिकित्सकीय जांच में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। आरोपी किशोर को जेजेबी में पेश करने के बाद बाल सुधार गृह अल्मोड़ा भेज दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक अजय गणपति का कहना है कि जांच में पता चला कि छात्रा की पीडि़ता से पहले से जान-पहचान थी और दोनों एक साथ खुद की मर्जी से थे। एसपी ने बताया कि नए तथ्य सामने आने पर अपहरण और नशीले पदार्थ की धाराएं हटाई जाएंगी।

प्रतीकात्मक फोटो।
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