CANDLE MARCH…खटीमा में शहीद हुए राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी

1 सितंबर को खटीमा में 7 और 2 सितंबर 1994 को मसूरी गोलीकांड में 6 आंदोलनकारी शहीद हुए थे, चंपावत में दी गई श्रद्धाजंलि
देवभूमि टुडे
चंपावत। उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान 1 सितंबर 1994 में खटीमा में पुलिस की गोली से शहीद हुए आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी। राज्य आंदोलनकारियों ने चंपावत में गांधी चौक में मोमबत्ती प्रज्वलित कर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित की। साथ ही 2 सितंबर को मसूरी गोलीकांड में शहीद हुए 6 आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी गई।
उत्तराखंड राज्य आंदोलन में 1 सितंबर 1994 को खटीमा में निहत्थे और अहिंसक आंदोलनकारियों पर पुलिस ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई। 7 आंदोलनकारियों की जान चली गई। इसके अलावा 165 आंदोलनकारी जख्मी भी हुए थे। चंपावत के आंदोलनकारियो ने कहा कि तत्कालीन उत्तर प्रदेश की मुलायम सिंह यादव की सरकार की पुलिस के इस कदम से आंदोलन अंहिसक हुआ था। मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि देने वालों में खीमानंद पांडेय, बसंत सिंह तड़ागी, श्याम नारायण पांडेय, मंदीप ढेक, सुधीर साह, श्याम सिंह कार्की, देवीलाल शर्मा उर्फ राजू शर्मा, जगदीश चंद्र जोशी, ललित गोस्वामी, बहादुर सिंह फर्त्याल , डीके पांडेय, कमल महरा, वंचित राज्य आंदोलनकारी के जिलाध्यक्ष दिनेश चंद्र पांडेय आदि शामिल थे। कार्यक्रम में जनकवि प्रकाश जोशी शूल ने कविता के जरिए शहीद आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित दी।

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