किसान नेता महेश चंद्र चौड़ाकोटी के नेतृत्व में किए गए संघर्ष के बाद 47 किसानों के खाते में भेजी बीमा की रकम, शेष 60 किसानों को जल्द मिलेगी रकम, सूखीढांग-पूर्णागिरि क्षेत्र के किसानों की पिछले साल बर्बाद हुई थी अदरक की फसल
देवभूमि टुडे
चंपावत। सूखीढांग से लेकर पूर्णागिरि क्षेत्र के अदरक के काश्तकारों के साथ आखिरकार न्याय हुआ है। फसल बर्बाद होने के बावजूद कृषि बीमा की राशि नहीं मिलने के बाद से क्षेत्र के 107 काश्तकार किसान नेता और धूरा सहकारी समिति के पूर्व अध्यक्ष महेश चौड़ाकोटी के नेतृत्व में संघर्षरत रहे थे। बार-बार अनुरोध करने पर भी नुकसान के मुआवजे के रूप में बीमा राशि नहीं दिए जाने पर किसानों ने जून में डीएम और एसपी का दरवाजा खटखटाया था। एसपी अजय गणपति ने मामले की जांच कराई थी। जिसके बाद वंचित रह गए किसानों को भुगतान की प्रक्रिया शुरू हुई है।
किसानों के प्रतिनिधि और सहकारी समिति के पूर्व अध्यक्ष महेश चंद्र चौड़ाकोटी ने बीमा कंपनी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई कराने के लिए पुलिस को पत्र भेजा था। क्षेत्र के काश्तकारों ने वर्ष 2023 में अदरक की फसल बोई थी। साथ ही फसल को नुकसान से बचाने के लिए प्रधानमंत्री मौसम आधारित बीमा भी कराया था। बीमा की प्रीमियम के रूप में किसानों ने मोटी रकम जमा कराई। फसल चौपट होने पर किसानों ने बीमा का क्लेम किया। कई बार ना-नुकूर के बाद कंपनी ने 370 किसानों को बीमा की रकम दी, लेकिन 107 किसानों को इससे वंचित रखा गया। सुनवाई नहीं होने पर किसानों ने बीमा कंपनी के खिलाफ पुलिस से शिकायत की। चंपावत कोतवाली में किसानों ने बीमा कंपनी की धोखाधड़ी की शिकायत करते हुए कार्रवाई करने का अनुरोध किया गया था। पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच करवाई। पुलिस की कार्रवाई और किसानों की ओर से बनाए गए लगातार दबाव के बाद आखिरकार बीमा कंपनी अब बीमा राशि पाने से छूट गए किसानों को भुगतान कर रही है। चौड़ाकोटी ने बताया कि किसानों के नए बैंक खाते खुलवाने के बाद 47 किसानों को बीमा की रकम मिल गई है। शेष 60 किसानों के नए खातों की प्रक्रिया पूरी होने पर उन्हें भी बीमा राशि कंपनी देगी। किसानों ने इसके लिए डीएम नवनीत पांडे और एसपी अजय गणपति का आभार जताया है।