चंपावत के हिंग्लादेवी मंदिर परिसर में नशा हटाओ-जीवन बचाओ का नशे के खिलाफ बिगुल, देवालयों के परिवेश व परिसर को साफ और नशामुक्त रखने की अपील करते हुए 40 लोगों को दिलाई गई शपथ
देवभूमि टुडे
चंपावत। नशा हटाओ-जीवन बचाओ ने लोगों से नशे की बुराई से बचने की अपील की है। नशा हटाओ-जीवन बचाओ के संयोजक सिप्टी जीआईसी के प्रवक्ता सामश्रवा आर्य और संजय राय के नेतृत्व में मां हिंग्लादेवी मंदिर में 11 अगस्त को हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। शिक्षक आर्य ने नशे से होने वाले खतरों के प्रति आगाह किया। कहा कि नशा विवेक का नाश करता है, नशा शरीर का दुश्मन है। समझदारी नशे से बचे रहने में है। हिंग्लादेवी में आयोजित भंडारे में 40 से अधिक भक्तजनों को अभियान में शामिल करते हुए ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों, मंदिरों और देवालयों के परिवेश व परिसर को साफ और नशामुक्त रखने की अपील करते हुए शपथ दिलाई।
कहा गया कि आज कुछ असामाजिक तत्व आए दिन धार्मिक स्थलों में तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट और शराब आदि के सेवन से इसके परिवेश और परिसर की मर्यादा नष्ट कर रहे हैं। जिससे पवित्र स्थलों की गरिमा व सुंदरता के साथ-साथ पर्यटन पर भी चोट पड़ती है। साथ ही समाज में गलत संदेश जाता है। कहा कि ऐसे में सभी को सामूहिक रूप से जागरूकता अभियान चलाने में सहयोग करने की जरूरत है। कार्यक्रम में संजय राय, पीयूष राय, भवानी दत्त राय, प्रियांशु जोशी, सागर जोशी, सुमित, शंकर नाथ, कार्तिक, भवान, गौरव, धीरज, रवीश, हिमांशु, बंशीधर जोशी, तिलोमणि, दत्तराम जोशी, दिलाराम, शिवदत्त कापड़ी आदि मौजूद थे।