देवराज को स्वर्गाधिपति बनाने को लिया वामन अवतार…वामन पुराण कथा का श्रीगणेश
मां अखिलतारिणी धाम में 11 अगस्त से 7 दिनों तक होगी कथा
शुभारंभ कलश यात्रा के साथ हुआ
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। देवदार के जंगलों की खूबसूरती के बीच स्थित मां अखिलतारिणी धाम में 11 अगस्त से 7 दिनी श्री वामन पुराण कथा ज्ञान का श्रीगणेश हो गया। शुभारंभ कलश यात्रा के साथ हुआ। शुरुआत महिलाओं की कलश यात्रा संग हुई। व्यासपीठ को स्थापित करने के बाद कथा शुरू हुई। आयोजन में मुख्य यजमान धामी शिवराज सिंह, धामी दीनदयाल सिंह एवं आभा सिंह रहे।
कथावाचक पंडित आचार्य कृष्ण शास्त्री ने वामन कथा के महात्म्य और भगवान के वामन अवतार की कथा को सरल तरीके से सुनाया। भागवत पुराण के अनुसार भगवान विष्णु ने देवराज इंद्र को स्वर्ग पर फिर से अधिकार प्रदान करने के लिए वामन अवतार लिया था। ऋषि कश्यप और देव माता अदिति के पुत्र के रूप में भगवान विष्णु ने एक बौने ब्राहमण के रूप में जन्म लिया। इन्हें ही विष्णु जी का पांचवां अवतार वामन अवतार कहा जाता है। मां अखिलतारिणी मंदिर समिति की ओर से आयोजित कथा में क्षेत्र के तमाम लोग सहयोग कर रहे हैं। समीति के अध्यक्ष दीपक जोशी और पुजारी संजय पांडेय ने अधिक से अधिक संख्या में लोगों से कथा का रसपान करने और आयोजन को सफल बनाने का आग्रह किया। कार्यक्रम में ग्राम प्रधान मुकेश सिंह रैंसवाल, हीराबल्लभ जोशी, पीयूष जोशी, लक्ष्मण सिंह, राहुल सिंह, पुष्कर सिंह, मोनू सिंह, खीम सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।