चंपावत के गोरलेदव मंदिर में 5 अगस्त से शुरू कथा का 12 अगस्त को पूर्णाहुति और भंडारे के साथ होगा समापन
देवभूमि टुडे
चंपावत। कथावाचक पंडित राजेंद्र तिवारी ने कहा कि भागवत कथा का श्रवण और उसको व्यवहार में लाने से जीवन गंगा के प्रवाह की तरह पवित्र हो जाता है। न्याय के देवालय गोरलदेव मंदिर में चल रही संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा में उन्होंने कहा कि सांसारिक जीवन को धर्म के अनुरूप जीने की सीख देने से लेकर अध्यात्म की राह तक पहुंचाती है। कथा के मुख्य यजमान गोपाल नाथ हैं।
श्री गोरल ग्राम सेवा समिति गोरलचैड़ चंपावत की ओर से आयोजित संगीतमय कथा को सुनने के लिए भारी संख्या में भक्तगण उमड़ रहे हैं। समिति के अध्यक्ष जगेंद्र नाथ, गणेश नाथ, प्रकाश नाथ, प्रदीप भट्ट सहित तमाम लोग आयोजन में सहयोग कर रहे हैं। 5 अगस्त से शुरू कथा का कल 12 अगस्त को पूर्णाहुति और भंडारे के साथ समापन होगा।