अग्रिशमन व्यवस्था में मिलीं कमियां
शासन के निर्देश पर चंपावत में उप जिला मजिस्ट्रेट सौरभ असवाल के नेतृत्व में किया गया औचक मुआयना
देवभूमि टुडे
चंपावत। दिल्ली के ओल्ड राजेंद्रनगर की राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट की लाइब्रेरी में पढ़ रहे 3 छात्र-छात्राओं की पानी में डूबने से 27 जुलाई को हुई दर्दनाक मौत के बाद से उत्तराखंड शासन ने भी एहतियात बढ़ा दिया है। इस क्रम में शासन के निर्देश के बाद चंपावत जिले में भी लगातार औचक निरीक्षण की कार्रवाई की जा रही है। 10 अगस्त को जिला मुख्यालय चंपावत में कोचिंग संस्थानों, रेस्टोरेंट सहित 25 से अधिक व्यापारिक प्रतिष्ठानों का मुआयना कर सुरक्षा मानकों का परीक्षण किया गया।
उप जिला मजिस्ट्रेट सौरभ असवाल ने बताया कि बेसमेंट का गैर कानूनी या खतरनाक प्रयोग कहीं नहीं पाया गया। अलबत्ता चंपावत के 2 रेस्टोरेंट और 1 कोचिंग सेंटर में अग्रिशमन की व्यवस्था में कमियां मिलीं। तीनों प्रतिष्ठानों को नोटिस देकर एक सप्ताह में खामी दूर करते हुए सभी मानकों को पूरा करने के आदेश दिए गए। ऐसा नहीं होने पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है। टीम में मुख्य शिक्षाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट, ऊर्जा निगम के सहायक अभियंता संजय भंडारी, नायब तहसीलदार शैलेंद्र जोशी, अधिशासी अधिकारी अशोक कुमार वर्मा, प्रभारी अग्रिशमन अधिकारी बाल मुकुंद राणा आदि शामिल थे।