ताकि अंधेरे में न कटे रात…लोहाघाट और टनकपुर में खामी दूर करने के लिए रहा पावर कट

लोहाघाट, टनकपुर व बनबसा में पेयजल आपूर्ति पर भी असर
लोहाघाट में खतरनाक बिजली के पोल को बदला गया, टनकपुर में लोहियाहेड से होने वाली बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए किया गया काम
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर/लोहाघाट। 4 अगस्त रविवार का दिन, लेकिन इस दिन स्कूल की छुट्टी का लुत्फ उठा रहे बच्चे टेलीविजन के कार्यक्रमों का आनंद नहीं ले सके। इसी तरह कई घरेलू कामकाज भी प्रभावित रहे। और ये नौबत आई रविवार को बत्ती गुल होने से। मैदान में सवा तीन घंटे, तो पहाड़ में आठ घंटे बिजली आपूर्ति प्रभावित रही। लेकिन इस पावर कट का लाभ भविष्य में बिजली आपूर्ति को सुचारू करने में जरूर मिलेगा, कम से कम ऊर्जा निगम का तो ऐसा ही दावा है।
4 अगस्त को जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर में सुबह 10 बजे से अपरान्ह 1.17 बजे तक यानी करीब सवा 3 घंटे और पहाड़ी क्षेत्र लोहाघाट में सुबह 10 बजे से शाम करीब 6 बजे तक यानी 8 घंटे तक बिजली आपूर्ति ठप रही। इस वजह से मैदानी क्षेत्र के लोगों को गर्मी और उमस को झेलना पड़ा। जबकि दोनों स्थानों पर लिफ्ट पेयजल योजना से होने वाली जलापूर्ति पर भी मार पड़ी। टनकपुर, बनबसा और लोहाघाट क्षेत्रों में कई जगह पेयजल की आपूर्ति बाधित रही। बहरहाल लोहाघाट में उप खंड अभियंता संजय भंडारी और टनकपुर में एसडीई मयंक भट्ट के नेतृत्व में विभागीय टीम ने मरम्मत कार्य पूरा किया।
भविष्य में बिजली सिस्टम को बेहतर करने के लिए ये पावर कट लेना जरूरी था। यूपीसीएल के चंपावत डिवीजन के अधिशासी अभियंता बेगराज सिंह का कहना है कि लोहाघाट में पाटन के पास 33 किलोवाट की लाइन का डबल पोल आपदा की वजह से खतरे की जद में था। इसे पोल को बदल नया पोल लगाने की वजह से सेटडाउन लिया गया। इस काम के पूरा करने से आपूर्ति बेहतर होगी। वहीं टनकपुर में लोहियाहेड से होने वाली बिजली आपूर्ति सिस्टम को बेहतर करने के लिए शट डाउन लिया गया था।

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