उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के प्रतिनिधियों की मुख्यमंत्री से वार्ता के बाद स्थगित हुआ CM आवास कूच कार्यक्रम, कार्यकाल बढ़ाने की मांग पर परीक्षण कर 1 माह के भीतर आख्या देने के CM ने आदेश दिए
देवभूमि टुडे
चंपावत/देहरादून। त्रिस्तरीय पंचायत प्रतिनिधियों का 3 अगस्त का मुख्यमंत्री आवास घेराव कार्यक्रम अब नहीं होगा। 31 जुलाई को देहरादून में सीएम पुष्कर सिंह धामी से वार्ता के बाद संगठन ना इस कार्यक्रम को स्थगित करने का निर्णय लिया। सीएम ने पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज की मौजूदगी में उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के साथ हुई वार्ता में 1 माह के भीतर पंचायत प्रतिनिधियों के प्रकरण पर परीक्षण कर आख्या प्रस्तुत करने के आदेश पंचायती राज सचिव को दिए हैं।
पंचायत प्रतिनिधि 2 वर्ष कार्यकाल बढ़ाने को लेकर लंबे समय से मांग कर रहे हैं। इसी के साथ 3 अगस्त को प्रस्तावित मुख्यमंत्री आवास कूच स्थगित कर दिया गया है। अलबत्ता पंचायती राज निदेशालय में चल रहा अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन फिलहाल जारी है। इस पर कल 1 अगस्त को निर्णय लिया जाएगा। उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत के कार्यक्रम संयोजक जगत मर्तोलिया, ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष भास्कर सम्मल, उपाध्यक्ष मीनू छेत्री, जिला पंचायत संगठन प्रदेश अध्यक्ष सोना सजवान , ब्लॉक प्रमुख संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दर्शन दानू, जिला पंचायत संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप भट्ट, देहरादून की जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान, ब्लॉक प्रमुख नरेंद्रनगर राजेंद्र भंडारी, ब्लॉक प्रमुख कालसी मठोर सिंह, जिला पंचायत सदस्य टिहरी रघुवीर सजवान, देवेंद्र, ब्लॉक प्रमुख दुगड्डा रुचि कैंत्युरा, ब्लॉक अध्यक्ष रायपुर नरेंद्र मेलवान, प्रदेश संगठन महामंत्री राजेंद्र सिंह बिष्ट, विनोद बिलजवान, मुकेश कलखुड़िया, निर्मला राठौर आदि शामिल थे।
गौरतलब है कि बीते कल यानी 30 अगस्त को प्रदेश के सभी 95 ब्लॉक मुख्यालयों में पंचायत प्रतिनिधियों ने प्रदर्शन किया था। चंपावत में ग्राम प्रधान संगठन जिलाध्यक्ष मनोज तड़ागी के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया था। वर्तमान में हरिद्वार के चुनाव और प्रदेश के 12 अन्य जिलों के चुनाव में दो साल से अधिक का अंतर है।
मौजूदा पंचायतों के कार्यकाल को दो साल बढ़ाने की मांग कर रहे प्रतिनिधियों का कहना है कि उत्तराखंड में पंचायतों के चुनाव एक साथ होने के साथ कोरोना काल में अवरूद्ध विकास को भी आगे बढ़ाया जा सकेगा।