त्रिलोकी नाथ हैं भगवान शिवः कथावाचक आचार्य राजेंद्र प्रसाद

बिना शिव की कृपा से नहीं मिलता मनोवांछित फल, बालेश्वर मंदिर की संगीतमयी शिव महापुराण कथा में उमड़ रहे हैं श्रद्धालु

देवभूमि टुडे

चंपावत। पौराणिक महात्व के बालेश्वर मंदिर में चल रही संगीतमयी शिव महापुराण कथा मंगलवार को तीसरे दिन भी जारी रही। कथा सुनने के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं। प्रवचन करते हुए आचार्य राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि भगवान शिव त्रिलोकी नाथ हैं। वे चराचर जगत की हर गतिविधि का संचालन करते हैं। बिना उनकी इच्छा से पत्ता भी नहीं हिल सकता। कथा वाचक ने भगवान शिव की लीलाओं से संबंधित कई प्रसंग सुनाकर भक्तों को भाव विभोर कर दिया। उन्होंने श्रावण मास की महिमा का उल्लेख करते हुए कहा कि सावन का महीन भगवान शिव को काफी प्रिय है। इस माह सच्चे मन से शिव को भजने वाला भक्त मनोवांछित फल प्राप्त करता है। बालेश्वर मंदिर समिति की ओर से आयोजित कथा के पहले दिन रविवार को महिलाओं ने भव्य कलश यात्रा निकाली। सुबह नित्य पूजा अर्चना और दोपहर दो बजे से कथा का प्रवचन हो रहा है। कमेटी अध्यक्ष देवीलाल वर्मा, महंत पवन गिरी, व्यापार संघ अध्यक्ष विकास साह, कमल गिरी, विजय वर्मा, रितेश राय, मोहन राय, विमल साह, नरेंद्र सिंह, वसंत वर्मा, मुक्तेश वर्मा, कमल पटवा, हेमंत वर्मा, रोहित तड़ागी आदि व्यवस्थाओं में जुटे हुए हैं।   

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