एसडीएम को ज्ञापन दे किरोड़ा नाले के डायवर्जन की मांग
किरोड़ा ट्रीटमेंट पर लाखों रुपये खर्च कर भी ग्रामीणों को नहीं मिल रही राहत
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। जुलाई के पहले हफ्ते में हुई भारी बारिश से उफनाए किरोड़ा के नाले ने इस बार भारी तबाही मचाई है। कुछ दिनों पहले मैदानी क्षेत्र के घसियारामंडी, पूर्णागिरि विहार, बोरागोठ, नयगोठ सहित कई हिस्सों में जल भराव से बाढ़ तक की नौबत आई। इससे चिंतित ग्रामीणों ने प्रशासन से किरोड़ा नाले से आ रहे पानी को दूसरी दिशा में डायवर्ट करने की मांग की है। इसे लेकर 20 जुलाई को एसडीएम को ज्ञापन दिया गया है।
ग्रामीणों ने कहा कि हर साल लाखों रुपये किरोड़ा नाले के ट्रीटमेंट पर खर्च हो रहे हैं, लेकिन उसका लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता संजय पाठक के नेतृत्व में एसडीएम आकाश जोशी को ज्ञापन सौंपते हुए ग्रामीणों ने कहा कि 2019 से हर साल किरोड़ा नाले पर अस्थाई चैनलाइजेशन कर मोटी रकम खर्च की गई, लेकिन इससे गांवों को खास फायदा नहीं हुआ। किरोड़ा नाले का पानी डायवर्ट होकर जंगल के रास्ते से ग्रामीणों के घरों तक पहुंच रहा है। इससे हर साल ग्रामीणों को लाखों रुपये का नुकसान झेलना पड़ रहा है। किरोड़ा नाले के पानी को शीघ्र डायवर्ट नहीं किया गया, तो निकट भविष्य में जनधन के नुकसान का अंदेशा हो सकता है। ज्ञापन देने वालों में सुरेश सिंह, दीपक जोशी, वासुदेव पंत, मोहन सिंह, राजेंद्र सिंह, कुंदन सिंह, विनोद नाथ, त्रिलोक बिष्ट, केदार अधिकारी, विमला देवी आदि शामिल थे।