अल्मोड़ा की गायनेकोलॉजिस्ट करेंगी चंपावत की गर्भवती महिलाओं का इलाज

अल्मोड़ा की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. प्रियंका लसपाल चंपावत संबद्ध, चंपावत जिला अस्पताल की दोनों अनुपस्थित गायनेकोलॉजिस्ट को नोटिस भेजा, 15 जुलाई को प्रसव के कुछ देर बाद हुई थी प्रसूता अमिषा की मौत
देवभूमि टुडे
चंपावत। चंपावत में नवजात के जन्म के कुछ देर बाद 15 जून को प्रसूता अमिशा की मौत से सवालों के घेरे में आया स्वास्थ्य विभाग अब तेजी से कवायद करता दिख रहा है। विभाग ने न केवल आननफानन में एक गायनेकोलॉजिस्ट को अल्मोड़ा से संबद्ध किया है, बल्कि चंपावत जिला अस्पताल की अनुपस्थित दोनों गायनेकोलॉजिस्ट को नोटिस भेज 24 घंटे के भीतर उपस्थित होने के लिए कहा गया है। जिला अस्पताल के प्रभारी CMS डॉ. प्रदीप सिंह बिष्ट ने नोटिस भेज दोनों गायनेकोलॉजिस्ट को उपस्थित नहीं रहने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के अनुसार कार्रवाई की चेतावनी दी है। लोहाघाट के तल्ली चानमारी की अमिशा (26) की 15 जुलाई को प्रसव के कुछ देर बाद मौत हो गई थी। घटना के एक दिन बाद 16 जुलाई को स्वास्थ्य विभाग ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए थे। जिले की लचर स्वास्थ्य सेवा को लेकर कांग्रेस ने पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल के नेतृत्व में मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का पुतला फूंका था। कुमाऊं मंडल की स्वास्थ्य निदेशक डॉ. तारा आर्या के आदेश पर अल्मोड़ा के
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरसी पंत ने 17 जुलाई को अल्मोड़ा महिला अस्पताल की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. प्रियंका लसपाल को चंपावत जिला अस्पष्ट संबद्ध किया है। चंपावत के CMO डॉ. केके अग्रवाल का कहना है कि डॉ. लसपाल जल्द ही चंपावत जिला अस्पताल में काम करना शुरू कर देंगी।

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