फौज की भर्ती की तैयारी कर रहा था टनकपुर के नायकगोठ का नौजवान
लोहे के गेट के ऊपर अचेत हाल में लटका मिला था युवक
छुट्टी होने से रविवार को बंद रहता है स्टेडियम का मुख्य द्वार
एकाएक हुए इस हादसे से परिवार में कोहराम मचा
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। सेना की भर्ती की तैयारी में जुटे एक युवक की 14 जुलाई को टनकपुर में दर्दनाक मौत हो गई। युवक स्टेडियम के मुख्य द्वार को चढ़कर पार करने का प्रयास कर रहा था। इसी दौरान संतुलन बिगड़ने से लोहे के द्वार के किसी नुकीले हिस्से की चपेट में आ गया। अस्पताल पहुंचने से पहले युवक की मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। एकाएक हुई इस घटना से परिवार के लोग गहरे सदमे में हैं।
चंपावत के उप जिला क्रीड़ाधिकारी चंदन सिंह बिष्ट ने बताया कि रविवार को स्टेडियम में अवकाश रहता है। इस कारण मुख्य द्वार भी नहीं खुलता है। टनकपुर के नायकगोठ निवासी विवेक भंडारी (22) पुत्र देवेंद्र भंडारी ने स्टेडियम के प्रवेश बिंदु पर बने लोहे के मुख्य गेट के बंद होने से रविवार सुबह करीब साढे़ पांच बजे गेट को चढ़कर स्टेडियम पहुंचने का प्रयास किया। करीब 12 फीट की ऊंचाई वाले गेट के ऊंपर पहुंच कर युवक का संतुलन बिगड़ा और वह गेट के शीर्ष पर अटक गया। बताया जा रहा है कि कोई नुकीला हिस्सा युवक के शरीर के निचले हिस्से में फंस गया। डिप्टी डीएसओ बिष्ट के मुताबिक युवक अकेला था। इस वजह से घटना की जानकारी मिलने में भी कुछ मिनट लग गए।
पता चलने पर पुलिस और अन्य राहत टीम मौके पर पहुंची। युवक को गेट से नीचे उतार आपात सेवा 108 की एंबुलेंस से युवक को उप जिला अस्पताल ले जाया गया। लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही युवक की मौत हो चुकी थी। डॉ. मानवेंद्र शुक्ला ने विवेक भंडारी को मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टर डॉ. आफताब आलम ने बताया कि युवक के शरीर का प्राइवेट पार्टस के आसपास का हिस्सा बुरी तरह दबा हुआ था। मौत के असल कारणों की जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगी। युवा पुत्र की अनायास हुई मौत के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है। मृतक दो भाइयों में सबसे बड़ा था और वह आईटीआई में मोटर मैकेनिक का डिप्लोमा ले रहा था। इन दिनों फौज की तैयारी के लिए रोज स्टेडियम जाकर दौड़ आदि का अभ्यास कर रहा था।
स्पोर्टस हॉस्टल के छात्रों के लिए तड़के खुला था मुख्य द्वार:
टनकपुर स्टेडियम में तमाम खेल गतिविधियां होती हैं। साथ ही स्टेडियम परिसर से सटा बॉक्सिंग हॉस्टल हैं। इस हॉस्टल के छात्र रविवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे भर्ती से लौट कर वापस हॉस्टल आए थे। उनके लिए पीआरडी कर्मी हीरा ने तड़के गेट भी खोला था। इसके बाद मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया। प्रत्येक कार्य दिवस में सुबह साढ़े पांच बजे मुख्य द्वार खोला जाता था। लेकिन रविवार होने की वजह से 14 जुलाई को द्वार बंद था।