रात में लगातार हुई बारिश के मद्देनजर तड़के 3 बजे इंटर तक के स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को 5 जुलाई को बंद करने के हुए आदेश, चंपावत जिले के 11 आंतरिक सड़कें भी बंद
देवभूमि टुडे
चपावत। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्वांला बड़ा अवरोध बन रहा है। 5 जुलाई को भी स्वांला में मलबा आने से 3 घंटे से अधिक समय तक वाहनों की आवाजाही बंद रही। यहां बीचा-बीच में पत्थर गिरने से सड़क खुले होने के बावजूद खतरा बना हुआ है। स्वांला के अलावा NH पर बेलखेत में भी 10 मिनट (सुबह 7.58 से 8.08 बजे) तक रोड बंद रही। इसके अलावा चंपावत जिले की 11 राज्यमार्ग या आंतरिक मार्ग भी बंद हैं। इससे आवाजाही कर रहे लोगों के अलावा ग्रामीणों को दुश्वारी झेलनी पड़ी। 4 जुलाई की रात लगातार तेज बारिश को देखते हुए प्रशासन ने 5 जुलाई के तड़के 3 बजे 5 जुलाई को इंटर तक के स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखने का आदेश जारी किया। लेकिन समय पर जानकारी नहीं होने से कई जगह बच्चे स्कूल तक पहुंच गए।
आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग 5 जुलाई की सुबह चंपावत से 22 किलोमीटर दूर स्वांला में मलबा आने से आवाजाही 3 घंटे ठप रही। तड़के 3.00 बजे से बंद सड़क 6 बजे बाद खुल सकी। वाहनों का संचालन बाधित रहने से लोगों को दुश्वारी झेलनी पड़ी। जेसीबी से मलबा हटा सड़क को आवाजाही के लिए खुलवाया गया। मलबा हटाए जाने के बावजूद स्वांला क्षेत्र में पत्थरों के गिरने से खतरा बना हूआ है। उधर मलबा आने से जिले की 11अन्य सड़कें भी बंद हैं। प्रशासन द्वारा रात में लगातार हुई बारिश को देखते हुए तड़के 3 बजे इंटर तक के स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों को 5 जुलाई को बंद करने का आदेश जारी किया गया। चंपावत जिले में बीते 24 घंटे बारिश का आकड़ा (सुबह 8 बजे तक) चंपावत: 55मिलीमीटर, लोहाघाट:10.50 मिलीमीटर, पाटी 10 मिलीमीटर टनकपुर-बनबसा 11 मिलीमीटर।