विकास कार्यों में गुणवत्ता के साथ तेजी लाएं अफसर: DM नवनीत पांडे

ग्रामीण अवसंरचना निधि से चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा हुई, करोड़ों रुपये की लागत से होंगे नए विकास कार्य, 15 जुलाई तक प्रस्ताव देने के निर्देश

देवभूमि टुडे

चंपावत। नाबार्ड की RIDF (ग्रामीण अवसंरचना विकास निधि) से जिले में करोड़ों रुपयों से विभिन्न परियोजनाओं का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए डीएम नवनीत पांडे ने सभी विभागों को 15 जुलाई तक प्रस्ताव देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने वर्तमान में चल रहे विकास कार्यों को समय पर पूरा करने के भी निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं।
मंगलवार को जिला कार्यालय सभागार में NABARD की ग्रामीण अवसंरचना निधि से जिले में वर्तमान में संचालित योजनाओं की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने वर्तमान में जिले में लगभग 160 करोड़ रुपये की लागत से संचालित कुल 48 परियोजनाओं की विभागवार समीक्षा की। बताया गया कि 48 में से 24 परियोजनाओं में कार्य पूर्ण हो गया है। लोक निर्माण विभाग की 16 परियोजनाओं में शामिल टनकपुर के थवालखेड़ा में बन रहे पुल का लगभग 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है। जबकि शेष 15 परियोजनाएं पूर्ण कर ली गई हैं। डीएम ने 10 हजार लीटर क्षमता के चिलिंग प्लांट की क्षमता दुगनी करने के काम की धीमी गति पर नाराजगी जताई। बताया गया कि सिंचाई विभाग ने आठ परियोजनाओं का कार्य पूरा कर लिया है। पशुपालन विभाग में पांच करोड़ की दो परियोजनाएं, उद्यान विभाग द्वारा 18 करोड़ से 1066 पालीहाउस कास्तकारों को दिए जाने, लघु सिंचाई की 10 करोड़ की लागत की 11 परियोजनाएं, तकनीकी शिक्षा की 5 करोड़ की तीन परियोजनाएं व ग्रामीण निर्माण विभाग की 9 करोड़ की छह परियोजनाएं कार्यशील हैं। डीएम ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को परियोजनाओं का कार्य समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। कहा कि हर हाल में 15 जुलाई तक सभी प्रस्ताव उपलब्ध कराएं, जिन्हें समीक्षा के बाद शासन को भेजा जाएगा। NABARD के जिला विकास प्रबंधक राकेश कन्याल ने बताया कि कोई भी विभाग अपने विभाग के अंतर्गत अभिनव प्रयास के तहत पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत भी प्रस्ताव तैयार कर भेज सकते हैं। बैठक में सीडीओ संजय कुमार सिंह, डीडीओ दिनेश सिंह दिगारी, लीड बैंक अधिकारी अमर सिंह ग्वाल सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

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