ADM की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय जांच समिति गठित
एसीएमओ पर लगे हैं अभद्रता और उत्पीड़न के आरोप
देवभूमि टुडे
चंपावत। 26 जून को पद छोडऩे वाले एसीएमओ पर लगे अभद्रता और उत्पीड़न के आरोपों की जांच होगी। जिला मजिस्ट्रेट नवनीत पांडे ने एक दिन बाद 27 जून को जांच के आदेश दिए हैं। एडीएम की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच टीम बनाई गई है। जांच टीम को एक सप्ताह में जांच पूरी करने के आदेश दिए गए हैं।
चंपावत के कुछ सीएचओ (सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी), भाजपा नेताओं और जन प्रतिनिधियों ने तत्कालीन एसीएमओ डॉ. कुलदीप यादव पर कर्मियों से अभद्रता और उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। इसे लेकर 20 जून और 26 जून को शिकायती पत्र मुख्यमंत्री तथा दौरे पर आए जिले के प्रभारी सचिव को दिए गए थे। प्रभारी सचिव चंद्रेश कुमार यादव को ज्ञापन देने के कुछ ही घंटों बाद नाटकीय तरीके से डॉ. कुलदीप यादव ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए एसीएमओ का पद छोड़ दिया था। और अब उनके जिम्मे टीबी क्लीनिक के चिकित्साधिकारी का दायित्व है।
लेकिन एक दिन बाद डीएम नवनीत पांडे ने शासन के निर्देश के क्रम में तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई। एडीएम हेमंत कुमार वर्मा की अध्यक्षता में गठित जांच टीम में लोहाघाट की एसडीएम रिंकू बिष्ट और लोहाघाट उप जिला अस्पताल की प्रभारी चिकित्साधीक्षक सोनाली मंडल को सदस्य बनाया गया है। जांच टीम को 2 जुलाई तक जांच रिपोर्ट देनी होगी। वहीं एसीएमओ डॉ. कुलदीप यादव खुद पर लगे आरोपों को आधारहीन बताते हैं।
1 जुलाई तक पूरी होगी आयुष्मान योजना में अनियमितता मामले की जांच?
चंपावत। चंपावत जिले में पिछले 12 दिनों में दूसरी जांच कमेटी बनाई गई है। एसीएमओ पर लगे आरोपों की जांच कमेटी 27 जून को बनाई गई है। वहीं इससे पूर्व 16 जुलाई को डीएम ने चंपावत जिला अस्पताल में आयुष्मान योजना से हो रहे इलाज में अनियमितता और वसूली के आरोपों की जांच के आदेश दिए थे। इसके लिए एडीएम की अध्यक्षता में गठित जांच टीम में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. इंद्रजीत पांडेय और लोहाघाट के उप कोषाधिकारी गणेश चौथिया शामिल हैं। टीम को आयुष्मान योजना के क्रियांवयन, कैशलैस योजना होने के बावजूद कतिपय कार्मिकों द्वारा मरीजों से धन की मांग करने, आयुष्मान योजना के अंतर्गत जिला अस्पताल को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि के वितरण में कथित अनियमितताओं के संबंध में जांच रिपोर्ट 15 दिनों के अंतर्गत उपलब्ध करानी है। ये अवधि 1 जुलाई को पूरी हो रही है। आयुष्मान योजना के चंपावत के जिला समन्वय प्रदीप मिश्रा ने पिछले कुछ समय से आयुष्मान योजना के क्रियांवयन में गड़बडिय़ों और जिला अस्पताल के कुछ कर्मियों द्वारा 3 हजार से 7 हजार रुपये तक वसूलने का आरोप लगाया था।