औपचारिकता या गंभीरता?…हादसे के 1 दिन बाद फिर शुरू हुई वाहनों की चेकिंग…

15 जून को रुद्रप्रयाग सड़क दुर्घटना में 14 लोगों की जान गई
चंपावत में चलाए अभियान में 30 चालान हुए
देवभूमि टुडे
चंपावत। ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रुद्रप्रयाग जिले के रैंतोली में 15 जून को हुए सड़क हादसे ने 14 जिंदगियां निगल ली। हादसे की वजह का तो फिलहाल पता नहीं, लेकिन गुरुग्राम से तुंगनाथ जा रहे इस टेंपो-ट्रैवलर में ओवरलोडिंग जरूर थी। 20 सीट की अनुमति थी लेकिन 26 लोग सवार थे। इस बड़े हादसे के बाद एक बार फिर प्रदेश भर में पुलिस और प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया है। चंपावत जिले में भी मुस्तैदी बढ़ी और फिर शुरू हुई चेकिंग की औपचारिकता। 16 जून को प्रशासन और पुलिस ने नियमों को ताख पर रख चल रहे 30 वाहन अथवा वाहन स्वामियों का चालान किया। लेकिन लोग सवाल पूछ रहे हैं कि ये कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी या चंद दिनों बाद इस पर ब्रेक लग जाएगा जैसा कि पूर्व में लगता रहा है?
बहरहाल रुद्रप्रयाग दुर्घटना के एक दिन बाद चंपावत में भी प्रशासनिक अमला मुस्तैद रहा। वाहनों की चेकिंग के लिए बाकायदा अभियान चला। ओवरलोडिंग सहित यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर चंपावत के उप जिलाधिकारी सौरभ असवाल के नेतृत्व में प्रशासन, परिवहन और पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया। 70 से ज्यादा वाहनों की चेकिंग की गई। इनमें से 30 वाहन अथवा वाहन स्वामियों का चालान किया गया। 4 वाहनों का ओवरलोडिंग में और 12 सीट बेल्ट नहीं पहनने पर चालान हुआ है। 6 बाइक सवारों का बगैर हेलमेट चलने पर चालान किया गया। 2 लोगों का ड्राइविंग लाइसेंस को निलंबित किया गया है। जबकि 6 लोगों के खिलाफ अन्य यातायात नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई की गई। एसडीएम सौरभ असवाल का कहना है कि पुलिस, परिवहन और प्रशासन का सुरक्षित यातायात व्यवस्था के लिए अभियान जारी रहेगा।

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