पाटी विकासखड के रमक गांव में 15 जून की रात को हुए खूनी संघर्ष में 4 जख्मी
प्राथमिक इलाज के बाद चारों घायल हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर
पुरानी रंजिश को माना जा रहा विवाद की वजह
देवभूमि टुडे
चंपावत/पाटी। पाटी ब्लॉक का रमक गांव खूनी जंग का अखाड़ा बन गया। 15 जून की रात हुए रक्तिम संघर्ष में चार लोग बुरी तरह जख्मी हो गए। लहूलुहान चारों लोगों को आननफानन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां प्राथमिक इलाज के बाद हायर सेंटर रेफर किया गया है। विवाद की वजह का पता नहीं चल सका है, अलबत्ता माना जा रहा है कि किसी पुरानी रंजिश के चलते ये विवाद हुआ। वारदात से क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
शनिवार रात करीब 10 बजे एक युवक ने पहले अपनी मां और फिर दो ग्रामीण युवकों को चाकू से हमला कर बुरी तरह जख्मी कर दिया। तीनों पर हमले के बाद उसने खुद पर भी चाकू से वार किए। वारदात की जानकारी लगने के बाद तुरंत मौके पर पुलिस पहुंची। चारों घायलों को पाटी अस्पताल लाया गया। जहां प्राथमिक इलाज के बाद चारों घायलों को 108 सेवा की एंबुलेंस से चंपावत जिला अस्पताल लाया गया। और फिर यहां परीक्षण के बाद उन्हें हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर कर दिया गया।
रमक गांव के दयानंद जोशी (37) अपने घर से चाकू लेकर गांव के दो युवक जीवन (24) और खिलानंद (34) को मारने के लिए निकला। इतने में उसकी मां पार्वती देवी ने उसके हाथ से चाकू छिनने की कोशिश की। इसी दौरान मां पार्वती देवी के पेट में चाकू लग गया और वह बुरी तरह से घायल हो गई। दयानंद ने आवेश में आकर दोनों युवकों को जख्मी किया और अंत में खुद को भी घायल कर दिया। बताते हैं कि उसके बाद दयानंद ने हवाई फायर भी की। फायरिंग की आवास सुन कर ग्रामीणों को घटना का पता चला।
ग्रामीणों ने एंबुलेंस मंगवाने के अलावा वारदात की पुलिस को जानकारी दी। सूचना मिलने पर पाटी के थानाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह कोरंगा दलबल के साथ देर रात घटना स्थल पहुंचे और घायलों को ग्रामीणों की मदद से पाटी लाया गया। डॉ. ज्योति पोखरियाल और फार्मासिस्ट प्रकाश सिंह खड़ायत ने प्राथमिक इलाज करने के बाद सभी को जिला अस्पताल भेजा। जहां से रविवार को उन्हें हल्द्वानी रेफर किया गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले में अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है। पुलिस घटना के कारणों का पता लगा रही है।