बाल तस्करी पर लगाम के लिए जरूरी है जागरूकता और सामूहिक प्रयास: गीता खन्ना

राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ने अधिकारियों के साथ की चर्चा, बाल तस्करी से छुड़ाए बच्चों को अनिवार्य रूप से स्कूल भेजें

देवभूमि टुडे
चंपावत। उत्तराखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष गीता खन्ना ने कहा कि बाल तस्करी रोकने के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे। सामाजिक चेतना जगाने के लिए राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग अभियान चला रहा है।अधिकारियों के साथ हुई बैठक में उन्होंने तस्करी से छुड़ाए बच्चों को स्कूल भेजे जाने के निर्देश दिए।
कलक्ट्रेट सभागार में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष ने अधिकारियों के साथ बैठक में कहा कि बाल तस्करी से आजादी के लिए अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस, आंगनबाड़ी, समाज कल्याण, शिक्षा, श्रम प्रवर्तन आदि विभागों के साथ समन्वय बना कर तस्करी को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने तस्करी से छुड़ाए गए बच्चों की नियमित मॉनिटरिंग की जरूरत बताई। साथ ही बाल तस्करी और बाल श्रम रोकने के लिए अभिभावकों को भी जागरूक करने के निर्देश दिए गए। डीएम नवनीत पांडे ने इस दिशा में जिले में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। जिला प्रोवेशन अधिकारी राजेंद्र प्रसाद बिष्ट ने बाल तस्करी और बाल श्रम के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। बाद में ऑडिटोरियम में बाल तस्करी से आजादी विषय पर हुई कार्यशाला में बाल श्रम के कारण, निवारण पर विचार विमर्श किया गया। इसको लेकर बनाए कानूनों की जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में मौजूद थे ये लोगः
बाल अधिकार संरक्षण आयोग सदस्य विनोद कपरवाण, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष सुधीर साह, अनु सचिव डॉ. एस के सिंह, सीएमओ डॉ. केके अग्रवाल, लोहाघाट की एसडीएम रिंकू बिष्ट, सीईओ मेहरबान सिंह बिष्ट, बीडीओ कविंद्र सिंह रावत, बाल संरक्षण अधिकारी मीनू पंत त्रिपाठी, चाइल्ड हेल्पलाइन की जिला समन्वयक संतोषी, जिला श्रम प्रवर्तन अधिकारी दीपक कुमार, जिला सेवायोजन अधिकारी आरके पंत आदि।

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