82 दिनी मेले का ठुलीगाड़ में शनिवार शाम को होगा समापन
अब तक 30 लाख से श्रद्धालु कर चुके हैं देवी दर्शन
देवभूमि टुडे
चंपावत/पूर्णागिरि धाम। 26 मार्च से शुरू मां पूर्णागिरि धाम के मेले का 15 जून को समापन होगा। जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय शनिवार शाम पांच बजे बाद ठुलीगाड़ में मेले का समापन करेंगी। वर्ष 2010 के बाद पहली बार जिला पंचायत को फिर से मेले के आयोजन का जिम्मा मिला है।
मेले की आयोजक संस्था जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी और मेला अधिकारी भगवत पाटनी का कहना है कि समापन के साथ ही सरकारी मेले की व्यवस्थाओं के लिए अस्थाई रूप से जुटाई गई सुविधाओं को हटाना शुरू कर दिया जाएगा। 26 मार्च से शुरू हो 82 दिनों तक चलने वाले मां पूर्णागिरि धाम के सरकारी मेले में करीब 30 लाख श्रद्धालुओं ने देवी दर्शन किए। साथ ही सरकारी अवधि समाप्त होने के बाद भी उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों के तीर्थयात्रियों के धाम पहुंचने का सिलसिला जारी रहता है। पूर्णागिरि धाम में ककरालीगेट से मुख्य मंदिर तक की पथ प्रकाश, स्वास्थ्य के तीन शिविर, पेयजल आपूर्ति के लिए ठेका कर्मी, बाहरी जिलों की पुलिस, रैनबसेरा आदि की अस्थाई रूप से व्यवस्था सिर्फ मेला अवधि तक की जाती है। जबकि सफाई, मुंडन और पार्किंग की सुविधा सालभर की है।
सुरक्षा और पेयजल कर्मियों की 22 जून तक रहेगी तैनाती
बाहरी फोर्स जाएगा लेकिन एक सप्ताह तक तैनात रहेंगे अतिरिक्त पुलिस कर्मी
चंपावत। सरकारी मेला संपन्न होने के बाद भी श्रद्धालुओं की बड़ी तादात में आवाजाही होती है। इसके मद्देनजर पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी ने डीएम को पत्र भेज मेला संपन्न होने के बाद एक सप्ताह और मेले की व्यवस्थाओं को बरकरार रखने का आग्रह किया था। इसके मद्देनजर प्रशासन ने कुछ जरूरी व्यवस्थाओं को एक सप्ताह और यानी 22 जून तक बनाए रखने का निर्णय लिया है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी शिवराज सिंह राणा का कहना है कि दूसरे जिलों से धाम में तैनात पुलिस कर्मी 15 जून तक ड्यूटी करने के बाद 16 जून को रिलीव कर दिए जाएंगे। अलबत्ता श्रद्धालुओं की संख्या के मद्देनजर एक सप्ताह तक धाम में ठुलीगाड़ व भैरव मंदिर में स्थाई रूप से तैनात स्टाफ के अलावा जरूरत के हिसाब से कुछ और पुलिस कर्मियों को वहां रोका जाएगा। इसी तरह पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए भी बंदोबस्त किए जाएंगे। जल संस्थान के चंपावत डिवीजन के अधिशासी अभियंता विलाल युनूस ने बताया कि मेले की सरकारी अवधि तक रखे गए कर्मियों को 22 जून तक वहां बने रहने के लिए कहा गया है।