अल्मोड़ा बिनसर जंगल में चार वन कर्मियों की मौत का मामला
दो घायल हेली एंबुलेंस से दिल्ली AIIMS ले जाए गए, जबकि शेष दो को दिल्ली ले जाने की हो रही तैयारी
देवभूमि टुडे
देहरादून। अल्मोड़ा जिले के बिनसर के जंगल में लगी आग को बुझाने के दौरान चार वन कर्मियों की मौत के बाद प्रदेश सरकार ने सख्त कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में 14 जून को एक प्रेस कांफ्रेंस में भारतीय वन सेवा के तीन अधिकारियों को निलंबित करने के आदेश दिए हैं। घटना में अधिकारियों की लापरवाही मानी है। कुमाऊं के सीसीएफ (मुख्य वन संरक्षक), वन संरक्षक उत्तरी और अल्मोड़ा के प्रभागीय वनाधिकारी को निलंबित करने के सीएम ने आदेश दिए हैं।
सीएम धामी ने घायलों के बेहतर से बेहतर इलाज के लिए हेली एंबुलेंस की व्यवस्था कर एम्स दिल्ली में प्रबंध कराया है। फायर वॉचर कृष्ण कुमार (21) और पीआरडी जवान कुंदन नेगी (44) को 14 जून को पंतनगर एयरपोर्ट से एयर लिफ्ट कर एम्स दिल्ली भेजा गया है। जबकि शेष दो भगवत सिंह भोज (38) और कैलाश भट्ट (44) को भी एयरलिफ्ट कराया जा रहा है। 13 जून की अपरान्ह बिनसर क्षेत्र के बुरुषखोटिया जंगल में लगी आग में वन बीट अधिकारी दीवान राम (35) निवासी भेटुली आयरपानी, त्रिलोक मेहता (56) निवासी बाड़ेछीना, फॉयर वॉचर करन आर्या (21) निवासी भेटुली आयरपानी और पूरन मेहरा (50) निवासी कलौन धौलछीना की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि चार लोग घायल हो गए थे। मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये देने के मुख्यमंत्री धामी बृहस्पतिवार को ही निर्देश दे चुके हैं।