अल्मोड़ा जिले के बिनसर में हुई खौफनाक वारदात, 4 अन्य गंभीर रूप से झुलसे, 2 हायर सेंटर रेफर, CM धामी ने घटना को ह्रदयविदारक बताया, मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये देने के निर्देश देवभूमि टुडे
अल्मोड़ा। बिनसर के जंगल में उठीं लपटों ने 4 वन कर्मियों की जिंदगी को निगल लिया। हादसे के बाद से चारों घरों में मातम है। वनों की हिफाजत के लिए गए वन कर्मी जंगल बचाते बचाते ऐसे फंसे कि खुद की जान न बचा सके। चारों वन कर्मियों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं। 4 अन्य कर्मी गंभीर रूप से जख्मी हैं। अल्मोड़ा बेस अस्पताल में इलाज के बाद गंभीर रूप से 2 घायलों को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक 13 जून की अपरान्ह वन विभाग को बिनसर क्षेत्र के बुरुषखोटिया जंगल में आग लगने की सूचना मिली। सूचना पर वन विभाग के आठ कर्मियों की टीम आग बुझाने निकल गई। वन क्षेत्राधिकारी मनोज सनवाल के मुताबिक अल्मोड़ा-बागेश्वर मार्ग से होते हुए यह टीम घटना स्थल पर पहुंची। आग तीव्र ढलान में लगी हुई थी। कर्मचारियों ने वाहन को सड़क किनारे खड़ा किया और ढलान में रास्ता बनाते हुए आग के करीब पहुंच गए। इतने में तेज हवा के झौकों ने आग को भड़का दिया। अब आग तेजी से वनकर्मियों की ओर बढ़ने लगी। कुछ ही देर में वन कर्मी आग से घिर गए। खड़ी चढ़ाई होने से वन कर्मी ऊपर नहीं चढ़ सके। दहकती आग ने सभी आठों वन कर्मियों को अपनी गिरफ्त में ले लिया। हादसे में वन बीट अधिकारी दीवान राम (35) निवासी भेटुली आयरपानी, त्रिलोक मेहता (56) निवासी बाड़ेछीना, फायर वॉचर करन आर्या (21) निवासी भेटुली आयरपानी और पूरन मेहरा (50) निवासी कलौन धौलछीना की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दुर्घटना में घायल फायर वाँचर कृष्ण कुमार (21) निवासी आयारपानी, भगवत सिंह भोज (38) निवासी आयारपानी, कुंदन नेगी (44) निवासी खाकरी और कैलाश भट्ट (44) निवासी घनेली अल्मोड़ा बेस अस्पताल ले जाया गया। बेस अस्पताल के प्रभारी डाँक्टर अशोक कुमार के मुताबिक दो कर्मी कृष्ण कुमार व कुंदन सिंह 50% से अधिक झुलस गए हैं। दोनों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल ले जाया गया। जबकि शेष दो का अल्मोड़ा बेस अस्पताल में इलाज चल रहा है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने घटना को ह्रदयविदारक बताया और कहा कि प्रदेश की पूरी सरकार वन कर्मियों के परिजनों के साथ खड़ी है। सीएम ने गंभीर घायलों को इलाज के लिए हल्द्वानी से AIIMS एयरलिफ्ट करने के निर्देश दिए। सीएम धामी ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये देने के निर्देश दिए है।