आयुष्मान के इलाज में हो रही वसूली?…आयुष्मान समन्वयक के आरोप, अस्पताल प्रशासन का इनकार

समन्वयक प्रदीप मिश्रा ने 3 हजार से 7 हजार रुपये तक वसूलने का लगाया आरोप
बवाल और पिटाई तक पहुंचा विवाद, दोनों पक्षों की ओर से थाने में दी गई तहरीर
देवभूमि टुडे
चंपावत। आयुष्मान योजना में इलाज के एवज में रुपये वसूले जा रहे हैं, ये आरोप किसी मरीज या मरीज के तीमारदार की ओर से नहीं, बल्कि खुद आयुष्मान योजना के जिला समन्वयक ने लगाए हैं। उनकी ओर से लगाए गए आरोपों के बीच 13 जून को जिला अस्पताल में आयुष्मान समन्वय और जिला अस्पताल के कुछ स्टाफ के बीच विवाद की नौबत आ गई। विवाद के बीच पुलिस से लेकर स्वास्थ्य और प्रशासन के अधिकारियों को जिला अस्पताल में दस्तक देनी पड़ी। दोनों पक्षों ने आरोप लगाते हुए चंपावत पुलिस को तहरीर दी है।
आयुष्मान योजना के चंपावत के जिला समन्वय प्रदीप मिश्रा का आरोप है कि पिछले कुछ समय से इस योजना में गड़बडिय़ां हो रही है। कई लोगों के इलाज में जिला अस्पताल के कुछ लोगों पर 3 हजार से 7 हजार रुपये तक वसूलने का उन्होंने आरोप लगाया है। मिश्रा का कहना है कि अनियमितताओं को रोकने के लिए उन्होंने सीएमओ और डीएम को पत्र भी भेजा। साथ ही इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने डीएम से मुलाकात कर वस्तुस्थिति की जानकारी दी है। समन्वयक ने दावा किया कि आयुष्मान के ऑडिट में भी कई बार रुपया लेने का मामला सामने आया है और इसकी बाकायदा उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई है।
पिछले दिन लगाए गए इन आरोपों के बीच 13 जून की पूर्वान्ह जिला अस्पताल में अस्पताल के कुछ अधिकारी-कर्मियों और आयुष्मान के जिला समन्वयक के बीच विवाद हो गया। समन्वयक ने आरोप लगाया कि एक-दो लोगों ने उनकी पिटाई के साथ पेपरवेट से हमला कर चोट पहुंचाने का प्रयास किया गया। वहीं जिला अस्पताल की ओर से आरोपों को निराधार बताते हुए उल्टा जिला समन्वयक पर आरोप लगाए गए हैं। इन विवादों के बीच मामले की जानकारी मिलने पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. केके अग्रवाल, एसीएमओ डॉ. कुलदीप यादव के अलावा प्रशासन की ओर से एसडीएम सौरभ असवाल और पुलिस के उप निरीक्षक मौके पर पहुंच विवाद को शांत कराया। दरोगा राजेश कुमार मिश्रा ने बताया कि दोनों तरफ से तहरीर मिल रही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
आयुष्मान की गाइडलाइन का हो रहा पालन: CMS
आयुष्मान कार्डधारक का इलाज आयुष्मान के दिशा निर्देशों के हिसाब से किया जाता है। अस्पताल के किसी भी डॉक्टर द्वारा रुपये लेने की बात गलत है। अस्पताल की ओर से मरीजों को अधिकतम सुविधा प्रदान की जा रही है।
डॉ. पीएस खोलिया,
मुख्य चिकित्साधीक्षक,
जिला अस्पताल, चंपावत।
पूर्व में आई थी कुछ शिकायतें: CMO
कुछ समय पहले में रुपये लेने की कुछ शिकायतें आई थीं। इन शिकायतों के मद्देनजर सीएमएस से अपने स्तर से व्यवस्था को दिखवाने और नियम विरूद्ध कोई काम न होने देने के लिए कहा गया। दवाएं सहित सभी सुविधाएं निशुल्क देना सुनिश्चित करने को कहा गया। अगर जरूरी हुआ, तो कमेटी बना जांच कराई जाएगी।
डॉ. केके अग्रवाल,
मुख्य चिकित्साधिकारी, चंपावत।

डॉ. केके अग्रवाल।
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