देश के पहले सिख CJI रहे हैं जस्टिस खेहर
गुरुद्वारा प्रबंधक बाबा श्याम सिंह ने गुरुद्वारे की ऐतिहासिकता और आध्यात्मिक महत्व की जानकारी दी
देवभूमि टुडे
चंपावत/रीठा साहिब। देश की सबसे बड़ी अदालत के प्रधान न्यायाधीश रहे जस्टिस जेएस खेहर ने रीठा साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेका। वे 13 जून को परिवार संग यहां आए थे। गुरुद्वारे के प्रबंधक बाबा श्याम सिंह ने जस्टिस खेहर को गुरुद्वारे की ऐतिहासिकता और आध्यात्मिक महत्व की जानकारी दी। जस्टिस खेहर को सरोपा और कृपाण भेंट किया गया।
लधिया और रतिया नदी के संगम पर स्थित रीठा साहिब की कुदरती खूबसूरती से अभिभूत जस्टिस खेहर ने गुरुद्वारे और क्षेत्र की बुनियादी सुविधाओं को और बेहतर किए जाने की जरूरत बताई। जस्टिस जेएस खेहर 4 जनवरी 2017 से 27 अगस्त 2017 तक सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रहे हैं। सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी वर्ष 1505 में चंपावत से 75 किलोमीटर दूर रीठा साहिब आए थे। उनके आध्यात्मिक तप और चमत्कार से यहां के कडु़वे रीठे मीठे हो गए थे। और तबसे तीर्थयात्रियों को इन्हीं मीठे रीठे को प्रसाद के रूप में भेंट किया जाता है। रीठा साहिब में यूं तो सालभर देशभर के तीर्थयात्रियों की आवाजाही रहती है, लेकिन यहां सबसे अधिक भीड़ तीन दिनी जोड़ मेले में होती है।
पूर्व राष्ट्रपति सहित कई प्रमुख हस्तियां आ चुके हैं रीठा साहिब
चंपावत जिले को देशभर में पहचान देने वाले प्रमुख तीर्थ स्थल रीठा साहिब ढेरों प्रमुख हस्तियां आ चुकी हैं। देश के राष्ट्रपति बनने से पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री रहते वर्ष 1982 में ज्ञानी जैल सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री बूटा सिंह, उत्तराखंड के पहले राज्यपाल सुरजीत सिंह बरनाल सहित कई बड़ी हस्तियां रीठा साहिब के गुरुद्वारे के दर्शन कर चुके हैं।