लोहाघाट के नागरिकों ने जुलूस निकाल किया प्रदर्शन, अफसरों को घेरा
साफ पानी भी नहीं देने का लगाया आरोप
जरूरत 20.70 लाख लीटर की, लेकिन मिल रहा है महज 35 प्रतिशत
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। लोहाघाट शहर और आसपास की पेयजल किल्लत ने लोगों को सड़क पर ला दिया है। इसे लेकर 7 जून को जुलूस निकाल प्रदर्शन किया गया। नाराज लोगों ने जल संस्थान और सिंचाई विभाग के अधिकारियों का घेराव करने के बाद एसडीएम रिंकू बिष्ट के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। लोगों की प्यास का इलाज नहीं होने पर अगले तीन महीने में होने वाले नगर पालिका के चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी गई है।
नागरिकों ने पेयजल समस्या के समाधान की मांग को लेकर पालिका बारातघर से एसडीएम कार्यालय तक नारेबाजी के बीच जुलूस निकाल। जल संस्थान पर दूषित पानी की सप्लाई करने का आरोप भी लगाया गया। कहा कि दूषित पानी पीने से पीलिया, टायफाइड और चर्म रोग के खतरे बढ़ रहे हैं। साथ ही लोगों को तीसरे या चौथे दिन पानी मिल रहा है। जल्द पेयजल समस्या का समाधान नहीं होने पर चरणबद्ध आंदोलन का अल्टीमेटम दिया गया है। साथ ही एक शिष्टमंडल मुख्यमंत्री से मिल सरयू लिफ्ट पेयजल योजना के निर्माण और वैकल्पिक व्यवस्था की मांग करेगा। क्षेत्र की हर रोज की जरूरत 20.70 लाख लीटर है, लेकिन बमुश्किल मिल रहा है महज 35 प्रतिशत।
प्रदर्शन में शामिल थे ये लोग:
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष गोविंद लाल वर्मा, भूपाल सिंह मेहता, लता वर्मा, राज्य आंदोलनकारी एडवोकेट नवीन मुरारी, प्रहलाद सिंह मेहता, राजू गड़कोटी, भैरव राय, शैलेंद्र राय, उमेश पांडेय, राजकिशोर साह, दीपक नाथ, नवीन नाथ, सतीश पांडेय, पंकज ढेक, संदीप गोरखा, दीपक साह, विनोद कोठारी, केपी ढेक, राजेंद्र सिंह रावत, भैरव राय, आशीष सार्की, अनिल जोशी, लोकेश पांडेय, बीना कनौजिया, मीना ढेक, आशा बोहरा, निर्मला देवी, जानकी देवी, सीता गहतोड़ी, रेखा उप्रेती, चंद्रा पुनेठा, सरस्वती देवी, मुन्नी देवी आदि।
क्या कहते हैं जल संस्थान के अधिकारी:
स्वास्थ्य विभाग के साथ एक संयुक्त टीम बनाई जाएगी। जिसके बाद नियमित रूप से पानी के सेंपल लिए जाएंगे। जांच में पानी मानकों के अनुसार सही नहीं पाया जाएगा, तो तत्काल पानी की सप्लाई रोक उसे शुद्ध किया जाएगा। रोस्टर के आधार पर आपूर्ति और नियमित पेयजल टैंकों की सफाई की जाएगी।
विलाल यूनुस, अधिशासी अभियंता, जल संस्थान चंपावत
प्रशासन की ये है पहल:
जल संस्थान के अधिकारियों को नियमित पेयजल टैंकों की सफाई के निर्देश दिए हैं। पुरानी पेयजल योजना के पुर्नगठन का प्रस्ताव जिला योजना में रखा जाएगा। जिला योजना में सोलर हैंडपंपों की संख्या बढ़ाने का भी प्रयास किया जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोहाघाट के लिए सरयू लिफ्ट पेयजल योजना की घोषणा की थी। इसकी डीपीआर शासन को भेजी गई है।
रिंकू बिष्ट, एसडीएम लोहाघाट।