लगातार विकराल हो रहा पेयजाल संकट, लोहावती नदी का दूषित पानी पीने को मजबूर लोग, समस्या के समाधान के लिए बनेगी लोहाघाट संघर्ष समिति, सरयू लिफ्ट पेयजल योजना को धरातल में लाने के लिए संघर्ष
पेयजल समस्या के समाधान के लिये निकालेंगे जुलूस
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। लोहाघाट नगर और आसपास गहराते पेयजल संकट को लेकर परेशान लोग 7 जून को सड़क पर उतरेंगे। ये निर्णय बृहस्पतिवार को रामलीला मैदान में हुई बैठक में किया गया। कहा गया कि न तो क्षेत्र के लोगों को साफ पानी मिल रहा है और न पर्याप्त। लोगों ने कहा कि वर्षों से नगर में पेयजल की समस्या बनी हुई है। क्षेत्र की हर रोज की जरूरत 20.70 लाख लीटर है, लेकिन बमुश्किल 35% पानी ही मिल रहा है। लोगों को लोहावती नदी का दूषित पानी मिल रहा है। जिसका सीधा असर सेहत पर भी पड़ रहा है। जल संस्थान की वितरण प्रणाली पर भी सवाल उठे। लोगों को तीसरे या चौथे दिन महज 20 मिनट तक ही पेयजल मिल रहा है। लोगों ने कहा कि लोहाघाट में पानी के स्थाई समाधान के लिए सरयू लिफ्ट पेयजल योजना को धरातल में लाने के लिए संघर्ष करना होगा। सरयू लिफ्ट पेयजल योजना के धरातल पर आने से पहले वैकल्पिक व्यवस्था की जाए। इसके लिए लोहाघाट संघर्ष समिति के गठन का प्रस्ताव पारित किया। बैठक में राज्य आंदोलनकारी नवीन मुरारी, पूर्व चेयरमैन गोविंद वर्मा, भूपाल मेहता, व्यापार मंडला अध्यक्ष भैरव दत्त राय, मनीष जुकरिया, सतीश मुरारी, राजू गड़कोटी, दीपक नाथ आदि मौजूद थे।