सात अन्य ट्रैकर्स गंभीर, 13 ट्रैकर्स भी फंसे हैं, उत्तरकाशी-टिहरी सीमा पर साढे़ 14 हजार फीट की ऊंचाई पर है सहस्त्रताल
देवभूमि टुडे
उत्तरकाशी। उत्तरकाशी-टिहरी सीमा पर करीब साढे़ 14 हजार फीट ऊंचे सहस्त्रताल ट्रैक पर गए चार ट्रैकर्स की ठंड से मौत हो गई हैं। इस संबध में ट्रैकिंग एजेंसियों के जरिए आपदा प्रबंधन विभाग को सूचना दी गई है। विभाग ने रेसक्यू के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। वहीं अभी 13 ट्रैकर्स की हालत भी गंभीर बताई जा रही है।
गढ़वाल माउंटनेरिंग एवं ट्रैकिंग एजेंसी के पदाधिकारियों से मिली सूचना के मुताबिक 29 मई को 22 सदस्यीय एक दल मल्ला-सिल्ला से कुश कुल्याण बुग्याल होते हुए सहस्त्रताल की ट्रैकिंग के लिए निकला था। दो जून को यह दल सहस्त्रताल के कोखली टॉप बेस कैंप में पहुंच गया था। जिसमें से 20 ट्रैैकर्स 3 जून को सहस्त्रताल के लिए रवाना हुए। वहां एकाएक मौसम खराब होने से घने कोहरे और बर्फबारी के बीच ट्रैकर्स फंस गए। उनके पास समुचित व्यवस्था न होने के कारण पूरी रात ठंड में बितानी पड़ी। 4 जून को सहस्त्रताल ट्रैक पर गए दल को ले जाने वाली ट्रैकिंग एजेंसी के मालिक ने अपने एसोसिएशन के पदाधिकारियों को सूचना दी कि वहां पर ठंड के कारण 4 ट्रैकर्स की मौत हो गई है। जबकि सात अन्य ट्रैकर्स गंभीर घायल हैं,और 13 ट्रैकर्स भी वहां पर फंसे हुए हैं। इसकी सूचना ट्रैकिंग एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जिला आपदा प्रबंधन विभाग को दी। वहीं उन्होंने वहां पर फंसे ट्रैकर्स को सुरक्षित निकालने की मांग की है। एसोसिएशन की मांग पर प्रशासन ने रेसक्यू के लिए व्यवस्थाएं जुटानी शुरू कर दी हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल के मुताबिक ट्रैकिंग एसोसिएशन के माध्यम से सहस्त्रताल ट्रैक पर चार ट्रैकर्स की मौत की सूचना सहित अन्य ट्रैकर्स के फंसने की सूचना मिली है। उनकी मदद के लिए व्यवस्थाएं जुटाई जा रही हैं। ट्रैकर्स कहां के रहनै वाले हैं?, ये जानकारी भी जुटाई जा रही है।