ताले नहीं खुले तो अस्पताल में लगा दिए ताले…बाराकोट अस्पताल में डेढ़ घंटे तक मुख्य गेट पर हुई तालाबंदी

बाराकोट के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सुधार के CMO के आश्वासन पर माने ग्रामीण
कुत्ते के काटने पर इलाज के लिए सुबह आठ बजे गई बाराकोट की छात्रा को अस्पताल में ताले लटके होने पर 13 किमी दूर लोहाघाट की लगानी पड़ी दौड़
देवभूमि टुडे
चंपावत/बाराकोट। तो क्या माना जाए कि ग्रामीण क्षेत्रों की सेहत सेहतमंद नहीं है। अस्पताल बीमार हैं और इलाज देने में फेल हैं। कम से कम बाराकोट के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की तस्वीर कुछ इस तरह के संकेत करती है। 29 मई को इस पीएचसी में सुबह 8 बजे ताले देख नाराज लोगों ने अस्पताल में ही ताले लगा दिए। बाद में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. केके अग्रवाल के आश्वासन के बाद तालाबंदी खत्म हुई।
कुत्ते के काटने पर इलाज के लिए जीजीआइसी काकड़ की एक छात्रा बुधवार सुबह आठ बजे बाराकोट अस्पताल पहुंची, लेकिन उस वक्त तक अस्पताल खुला ही नहीं था। छात्रा को परिजन 13 किलोमीटर दूर लोहाघाट उप जिला अस्पताल ले गए। इस अव्यवस्था से भन्नाए लोगों ने बाराकोट के अस्पताल में ताला ठोक दिया। उनकी नाराजगी इस बात को लेकर थी कि अस्पताल में जिस समय से इलाज मिलना चाहिए था, उस वक्त तक ताले तक भी नहीं खुले थे। न कोई डॉक्टर न कोई अन्य कर्मी।
ज्येष्ठ उप प्रमुख नंदाबल्लभ बगौली ने सीएमओ से मामले की शिकायत की और फिर अस्पताल के मुख्य गेट में तालाबंदी कर दी। हंगामा बढ़ता देख बाराकोट की ब्लॉक प्रमुख विनीता फर्त्याल ने फौन पर डीएम नवनीत पांडे से वार्ता की। डीएम के निर्देश के बाद बाराकोट पहुंचे सीएमओ डॉ. केके अग्रवाल ने लोगों को सभी समुचित इलाज के साथ ही भविष्य में और बेहतर व्यवस्था का भरोसा दिया। साथ ही अस्पताल के सभी डॉक्टर और अन्य कर्मियों का जवाब तलब भी किया गया है। इसके बाद तालाबंदी खत्म हुई। डेढ़ घंटे तक तालाबंदी से अस्पताल में न इलाज हो सका और न कोई दूसरा काम। इस दौरान मदन मोहन जोशी, हरीश वर्मा, राकेश बोहरा, रिंकू अधिकारी, संजय वर्मा, नारायण सिंह फर्त्याल सहित कई लोग मौजूद रहे।

CMO ने की ये नई व्यवस्थाएं:
1.अस्पताल में डॉक्टर दो शिफ्ट में सेवा देंगे। पहली शिफ्ट सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे और दूसरी दोपहर 2 बजे से रात 8 बजे तक।
2.बाराकोट के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. मंजीत सिंह के पास बाराकोट के अलावा पाटी और लोहाघाट विकासखंड की स्वास्थ्य सेवाओं की भी अतिरिक्त जिम्मेदारी है। काम की अधिकता के चलते अब डॉ. अमन अंसारी क्लीनिकल कार्य के अलावा सहायक प्रभारी चिकित्साधिकारी का अतिरिक्त काम देखेंगे।

क्या कहती हैं ब्लॉक प्रमुख:
बाराकोट ब्लॉक की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की जरूरत है। अस्पताल में मौजूद डॉक्टर और अन्य पैरा मेडिकल कर्मी जिम्मेदारी व संजीदगी से काम करें। इसमें कोताही नहीं बरती जाएगी। साथ ही अस्पताल में एक्सरे की सुविधा के लिए भी पहल की जा रही है।
विनीता फर्त्याल,
ब्लॉक प्रमुख, बाराकोट।

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