हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल हजरत कालू सैय्यद बाबा की मजार पर तीन दिनी उर्स, बाबा की शान में 25 को मशहूर कव्वाल कलाम पेश करेंगे, 26 मई को कुल शरीफ के साथ होगा समापन
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। हिंदू-मुस्लिम एकता की नायाब मिसाल हजरत कालू सैय्यद बाबा की मजार पर लोहाघाट में तीन दिनी उर्स शुरू हो गया है। आगाज 24 मई को कुरानखानी (इस्लाम की पवित्र पुस्तक कुरान को पढऩा और सुनना) और नाते पाक पढ़कर उर्स से हुआ।
बाबा की हथरंगिया स्थित मजार पर वक्फ बोर्ड के सदर गद्दी नसीन बाबा हसमत हुसैन की मौजूदगी में शुक्रवार को बच्चों ने कुरान खानी और पेशिमाम हाफिज जियाउल मुस्तफा ने नाते पाक पढ़ा।
बाबा हसमत ने बताया कि उर्स में शामिल होने के लिए चपावत, टनकपुर, पिथौरागढ़, डीडीहाट, पीलीभीत, खटीमा, हल्द्वानी, जौलजीबी आदि जगहों से जायरीनों (तीर्थयात्रियों) के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। शनिवार शाम को चादरपोशी के साथ बाजार से कालू सैय्यद बाबा की मजार तक जुलूस निकलेगा। रात को पिथौरागढ़ के मशहूर कव्वाल बाबा की शान में कलाम पेश करेंगे। 26 मई को कुलशरीफ के साथ उर्स का समापन होगा। इस मौके पर इंतजामियां कमेटी में जावेद यारखां, जहीर कुरेशी, जौली जावेद, दानिश, नाजिम हुसैन, जाहिद सिद्दकी, साहिद सिद्दकी, नजर सिद्दकी, रईस हुसैन, जिशान कुरैशी, अतीक कुरैशी, शब्बी कुरैशी आदि मौजूद थे।