भागवत कथा का यज्ञ आहुति और भंडारे के साथ हुआ पारायण

पूर्णागिरि धाम के काली मंदिर टेड़ीपुलिया में 14 मई से हुआ था भागवत कथा का आयोजन, सुख और मोक्षदायिनी है भागवत कथा
देवभूमि टुडे
चंपावत/पूर्णागिरि धाम। 14 मई से शुरू भागवत कथा का मंगलवार को यज्ञ आहुति के साथ पारायण हो गया। पूर्णागिरि धाम के काली मंदिर टेड़ीपुलिया में हुई कथा के समापन मौके पर भंडारे का आयोजन भी हुआ। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। आठ दिनी भागवत कथा में बाल व्यास कपिल देव महाराज ने भावगत के महात्मय बताया। कहा कि कथा के जरिए मनुष्य के दैहिक और भौतिकतापों की नष्टकारिणीं और जीवन में ज्ञान मंगल सुख देने वाली श्रीमद्भागवत महापुराण कथा मोक्षदायिनी हैं।
21 मई को हवन एवं पूर्ण आहुति के बाद भंडारा हुआ। पंडित नवीन जोशी, पंडित कुलदीप कुलेठा, पंडित छवि पांडेय ने पूजा अर्चना में सहयोग किया। पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी, पंडित नीरज पांडेय, पंडित मोहन पांडेय, पंडित प्रकाश तिवारी, पंडित रमेश तिवारी, पंडित कमलापति पांडेय, पंडित महेश पांडेय, काली मंदिर थानाध्यक्ष देवनाथ गोस्वामी आदि ने भागवत कथा के आयोजन में सहयोग किया।

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