mental health policy पर प्राधिकरण की सख्ती के बाद 97 मानसिक स्वास्थ्य संस्थानों एवं नशामुक्ति केंद्रों ने पंजीकरण कराया, राज्य के दूरदराज क्षेत्रों में लगने वाले शिविरों में शामिल रहेंगे mental health के विशेषज्ञ, स्वास्थ्य विभाग उपलब्ध कराएगा दवाइयां, mental health policy को लेकर बर्दाश्त नहीं होगी लापरवाही
देवभूमि टुडे
देहरादून। राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण के अध्यक्ष और चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के सचिव डॉं. आर राजेश कुमार ने अधिकारी-कर्मियों को मेंटल हेल्थ पॉलिसी पर गंभीरता से कार्य करने के निर्देश दिए। 8 मई को हुई राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण की बैठक में दूरदराज के क्षेत्रों में आयोजित हेल्थ शिविरों में मानसिक स्वास्थ्य के विशेषज्ञों को अनिवार्य रूप से हिस्सा लेने के निर्देश दिए। ताकि जरूरतमंद लोगों को मानसिक स्वास्थ्य परामर्श प्रदान किया जा सके। सचिव ने हल्द्वानी में नशामुक्ति केंद्र जल्द खोलने के निर्देश दिए। साथ ही इसे लेकर अद्यतन स्थिति की जानकारी लेने के साथ समाज कल्याण विभाग को प्रकिया में शीघ्रता लाने के लिए पत्राचार करने के लिये कहा गया। IEC के जरिए मानसिक सेहत का वृहद स्तर पर प्रचार प्रसार करने व सभी जिलों में जागरूकता अभियान चलाने को कहा गया।
डॉ आर राजेश कुमार ने मानसिक रोग में इस्तेमाल होने वाले सभी जरूरी दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए। कहा कि मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण के खाली गैर-सरकारी पदों पर अनुभव अवधि में शिथिलता प्रदान करने के लिए शासन को प्रस्ताव प्रेषित किया जाए। डॉ. कुमार ने आउटीच हेल्थ कैंप में mental health विशेषकर जागरूकता एवं परामर्श को बढ़ावा दिया जाए। इस विषय पर कार्य करने के लिये सभी जिलोंं को निर्देशित किया गया है। मानसिक रोग के रोगियो के लिये राज्य मानसिक स्वास्थ्य संस्थान सेलाकुई के अलावा दून चिकित्सालय, कोरोनेशन चिकित्सालय एवं जिलों के सभी प्रमुख अस्पतालों में औषधियों की उपलब्धता एवं वितरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बच्चों और किशोरों के लिए निम्हांस बेंगलुरू द्वारा कराये जा रहे epdimological survey data को समाज कल्याण विभाग के साथ साझा करा जाएगा। mental health पर वृहद स्तर पर प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए गए। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में कुल 97 मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं नशा मुक्ति केंद्रों को राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण में पंजीकृत किया गया है। इसके अतिरिक्त HEALTH CAMPE में MENTAL HEALTH विशेषज्ञ रहेंगे।
इस अवसर पर NIEPVD के प्रोफेसर डाँक्टर सुरेंद्र कुमार ढलवाल (clinical psychologists) ने राज्य में होने वाले शिविरों के लिए क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट उपलब्ध कराने का अश्वासन दिया। राज्य मानसिक स्वास्थ्य संस्थान सेलाकुई के चिकित्साधीक्षक डाँक्टर विनय शर्मा ने गैर सरकारी प्राधिकरण के सदस्यों के अतिरिक्त अन्य विशेषज्ञ सदस्यों (जो प्राधिकरण के सदस्य नहीं हैं) के लिए मानदेय का सुझाव रखा गया।
बैठक में स्वास्थ्य महानिदेशक डाँक्टर विनीता शाह, डाँक्टर भागीरथी जंगपांगी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, प्रोफेसर प्रियरंजन अविनाश, अतुल गुडविन सिंह, लक्ष्मण बालन, पवन रेखा, डाँक्टर सुरेंद्र कुमार ढलवाल, शासन स्तर से प्राधिकरण के सदस्य महावीर सिंह परमार, महावीर सिंह कंडारी, जसविंदर कौर, उप सचिव, डाँक्टर केएस नेगी, डाँक्टर कुलदीप मतांलिया, डाँक्टर विनय शर्मा, डाँक्टर फरीद , विनय कुमार रंसवाल मौजूद थे। इसके अलावा राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण के सदस्य प्रोफेसर रवि गुप्ता वर्चुवल माध्यम से शामिल हुए।