किमतोली के निलाप राम के खिलाफ वन विभाग ने मुकदमा दर्ज किया, वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर वन विभाग ने की कार्रवाई
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। लोहाघाट में कोटला के जंगल में आग लगाना एक व्यक्ति को भारी पड़ा। जंगल में आग लगाने का वीडिया सोशल मीडिया में वायरल हो गया। वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर वन विभाग की तहरीर पर पंचेश्वर कोतवाली पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
मंगलवार को कोटला के जंगलों में आग लगाने की घटना का वीडीओ सोशल मीडिया में वायरल हुआ। वन क्षेत्राधिकारी दीप जोशी ने बताया कि वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए पहले आग लगाने वाले व्यक्ति की पहचान की। पंचेश्वर कोतवाली में आरोपी के खिलाफ जंगल में आग लगाने की तहरीर दी गई है। पंचेश्वर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक इंद्रजीत सिंह ने बताया कि जंगल में आग लगाने वाले आरोपी निलाप राम निवासी किमतोली लोहाघाट के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। रेंजर जोशी ने लोगों से जंगल में आग लगाने वालों की सूचना वन विभाग या पुलिस को देने की अपील की गई है।
फोर्ती, भुमलाई के जंगल में भड़की आग
चंपावत। क्षेत्र के जंगलों में आग लगने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आग से वन संपदा और वन्य जीवों को भारी नुकसान हो रहा है। जंगलों में आग लगने से चारों और धुंए और धुंध का गुबार छाया हुआ है। सांस व आंखों के मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार देर शाम भुमलाई और मंगलवार सुबह फोर्ती के माणाधुरा के जंगल धूं धूं कर जल उठे। तेज हवाओं के साथ आग तेजी से जंगल में फैल गई। जंगल में आग लगने से काफल, चाय पत्ती, बुरांश, फल्यांठ, बांज के पौध जलकर राख हो गए। फोर्ती में अग्निशमन अधिकारी चंदन राम के नेतृत्व में पहुंचे दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। भुमलाई के जंगल रातभर धधकते रहे। फोर्ती के सरपंच संदीप बगौली, प्रधान प्रतिनिधि शेखर पुनेठा, योगेश बगौली,अजय पुनेठा, चंद्रशेखर बगौली, निखिल पुनेठा आदि ने आग बुझाने में सहयोग किया। लडीधुरा महोत्सव समिति के अध्यक्ष नगेंद्र जोशी ने कहा कि जंगलों में भीषण आग लगी हुई है, लेकिन उसे बुझाने के पुख्ता बंदोबस्त नहीं कए गए हैं। कहा कि जिन लोगों ने अपने घरों में चूल्हे पर आग नहीं देखी है, वह लोग आग बुझाने का ज्ञान दे रहे हैं। कहा कि जंगल की आग कितनी भयावह होती है और कितनी भयंकर तरीके से अचानक जंगल के बड़े भूभाग पर फैल जाती है, इसका अंदाजा तो केवल उन्हीं ग्रामीण लोगों को है। जो अपने बचपन से जंगलों से जुड़े हुए हैं। केवल वीडियो बनाकर आग न लगाने की अपील करना या आग बुझाने की अपील करने मात्र से कुछ नहीं होने वाला है। कहा कि ग्रामीणों को विश्वास में लेकर आग बुझाने का प्रयास करते, तो आग बुझ जाती।